तिब्बत की निर्वासित सरकार के मुखिया लोबसांग सांगे बोले, हमारा दिल सीमा पर तैनात सभी भारतीय सैनिकों के साथ
तिब्बत की निर्वासित सरकार के मुखिया लोबसांग सांगे ने कहा कि भारत तिब्बत का सबसे बड़ा समर्थक रहा है। हमारा दिल सीमा पर तैनात सभी भारतीय सैनिकों के साथ हैं।
धर्मशाला, एएनआइ। तिब्बत की निर्वासित सरकार के मुखिया लोबसांग सांगे ने कहा कि भारत तिब्बत का सबसे बड़ा समर्थक रहा है। हमारा दिल सीमा पर तैनात सभी भारतीय सैनिकों के साथ हैं। हम चाहते हैं कि वे सुरक्षित रहें और भारत सुरक्षित और मजबूत हो।
India has been the greatest support to Tibet and our hearts go out to all the soldiers at the border. We wish they remain safe and that India is secure and strong: Lobsang Sangay, President, Central Tibetan Administration pic.twitter.com/jlcrkUUsxk
— ANI (@ANI) July 6, 2020
पिछले दिनों लोबसांग सांगे ने कहा था कि चीन के साथ द्विपक्षीय वार्ता के दौरान भारत को तिब्बत का मुद्दा भी उठाना चाहिए। सांगे ने एक वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत और चीन के बीच तनाव का एक मुद्दा तिब्बत भी है। तिब्बत दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाले देश भारत और चीन के बीच बफर जोन का काम करता था, लेकिन चीन द्वारा तिब्बत को हथिया लिए जाने के बाद यह व्यवस्था खत्म हो गई।
केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) के अध्यक्ष ने कहा था कि पंचशील समझौते के रूप में चीन ने विश्वासघात का बीज बोया था। चीन द्वारा तिब्बत पर कब्जा करने के बाद भारत ने बड़ी कीमत चुकाई है। भारत को कहना चाहिए कि तिब्बत अहम मुद्दा है। उसे तिब्बत मुद्दे को सुलझाने में अहम भूमिका निभानी चाहिए।
लोबसांग सांगे ने कहा था कि जब तक दोनों पक्ष (भारत-चीन) अहिंसा और बातचीत का सहारा नहीं लेते हैं, तब तक हमेशा के लिए शांति कायम होना मुश्किल है। तिब्बत की वजह से तनाव में कमी नहीं आ रही है।