ग्राम पंचायत की जागरुकता से गांव में लगेगा लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट
गांव में लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाया जा रहा है। इससे हर घर का पानी ट्रीट होकर ही तालाब तक पहुंचेगा। एक प्लांट लगभग तैयार है और दूसरे पर जल्दी ही काम शुरू कर दिया जाएगा।
यमुनानगर (संजीव कांबोज)। यमुनानगर स्वच्छता व जल संरक्षण में जिले की ग्राम पंचायत बहादुरपुर आदर्श बनकर सामने आई है। गांव में लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाया जा रहा है। इससे हर घर का पानी ट्रीट होकर ही तालाब तक पहुंचेगा। एक प्लांट लगभग तैयार है और दूसरे पर जल्दी ही काम शुरू कर दिया जाएगा।
सरपंच राजेंद्र कंबोज के मुताबिक गांव में दो तालाब हैं और दोनों तालाबों तक अब साफ-सुथरा पानी ही पहुंचेगा।
गांव की आबादी करीब ढाई हजार है और निकासी का पानी, ठोस कचरा व गंदगी भी तालाब में ही गिर रही है। इस वजह से फिलहाल तालाब का पानी मछली पालन व फसलों की सिंचाई के काबिल नहीं है। यह पानी भूमि में रिसकर जल प्रदूषण का कारण भी बनता है। हर घर से निकल रहे पानी का सदुपयोग हो और पर्यावरण भी स्वच्छ रहे, इस उद्देश्य से ग्राम पंचायत ने लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाने का निर्णय लिया है।
प्रोजेक्ट इस प्रकार करेगा काम : गांव के दो कोनों पर लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बनाया जा रहा है। आबादी से निकलने वाले निकासी के पानी को दो हिस्सों में बांटकर दोनों प्लांटों तक पहुंचाया जाएगा। प्लांट में एक डीर्शिंल्टग चैंबर बनाया जा रहा है और साथ ही तीन होद बनाए जा रहे हैं। नालियों का पानी चैंबर में गिरेगा।
यहां कचरा व शिल्ट अलग हो जाएगी और गंदा पानी पहले होद तक पहुंच जाएगा। बची गंदगी दूसरे होद में रह जाएगी और तीसरे में साफ पानी गिरेगा। नियमित रूप से इनकी सफाई होगी और तीसरे होद से पानी सीधे तालाब तक पहुंचाया जाएगा।
संत बलबीर सिंह हैं सीचेवाल मॉडल के जनक : संत बलबीर सिंह सीचेवाल पंजाब की प्रदूषित काली बेई नदी को साफ करने का अभियान चलाने वाले संत बलबीर सिंह सीचेवाल अक्टूबर, 2008 में दुनिया भर के तीस पर्यावरण नायकों में शामिल किये जा चुके हैं। जनवरी 2017 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया। इसी तरह का प्रोजेक्ट वह पंजाब के सुल्तानपुर लोधी में भी स्थापित कर चुके हैं।
हरियाणा के अधिकारी कर चुके हैं सीचेवाल गांव का दौरा
पंचायती राज विभाग के जेई राजेश कंबोज का कहना है कि हरियाणा के पंचायती राज संस्थाओं के अधिकारियों ने पंजाब के कपूरथला जिले के गांव सीचेवाल का दौरा कर चुके हैं, जहां इस तकनीक से जल शोधित करने का काम पहली बार शुरू हुआ। इसीलिए इसे सीचेवाल मॉडल का नाम दिया गया है। ग्राम पंचायत बहादुरपुर की तरह ही इसे सभी पंचायतों को अपनाना चाहिए।
-ट्रीट होकर ही तालाब तक पहुंचेगा हर घर का पानी
-साफ-सुथरे रहेंगे तालाब, जल प्रदूषण से मिलेगी मुक्ति
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