वकील फीस भुगतान मामले की जांच कराएं उपराज्यपालः विजेंद्र गुप्ता
भाजपा विधायकों ने उपराज्यपाल से मिलकर मामले की जांच कराने की मांग की है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली मानहानि मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के वकील राम जेठमलानी को सरकारी खजाने से 3.42 करोड़ रुपये भुगतान करने की सिफारिश को भाजपा ने तूल देना शुरू कर दिया है। भाजपा विधायकों ने उपराज्यपाल से मिलकर मामले की जांच कराने की मांग की है।
विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में भाजपा विधायक ओम प्रकाश शर्मा और जगदीश प्रधान बुधवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल से मिले और ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के वकील को सरकारी खजाने से फीस देने की सिफारिश गंभीर मामला है, इसलिए इसकी निर्धारित समयसीमा में जांच की जानी चाहिए। उन्होंने उपराज्यपाल से जांच आयोग बनाने की भी मांग की। गुप्ता के अनुसार उपराज्यपाल ने जांच कराने का आश्वासन दिया है।
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भाजपा विधायकों ने कहा कि इस मामले में आपराधिक साजिश नजर आती है। वकील को सरकारी खजाने से फीस देने के मामले को उपराज्यपाल से छिपाने की कोशिश की गई है। उपमुख्यमंत्री ने इससे संबंधित फाइल उपराज्यपाल के पास नहीं भेजी और एक दिन में सभी औपचारिकता पूरी करने का निर्देश दिया था। जेटली मानहानि केस केजरीवाल का निजी मामला है।
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दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री पद का इससे कोई संबंध नहीं है। इसलिए सरकारी खजाने से केजरीवाल के वकील राम जेठमलानी को भुगतान करने का निर्णय आपराधिक है।