पाकिस्तान से 165 यात्रियों को लेकर वापस आई आखिरी थार लिंक एक्सप्रेस, यात्री हुए चिंतित
थार लिंक एक्सप्रेस से भारत आए यात्रियों के चेहरे पर खुशी के साथ चिंता के भाव भी थे। यात्रियों का कहना था कि ट्रेन चलती रहनी चाहिए।
जागरण संवाददाता, जयपुर। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद थार लिंक एक्सप्रेस का एक फेरा बिना किसी रोक-टोक के पूरा हो गया। ट्रेन रविवार सुबह वापस जोधपुर पहुंच गई। इसमें सवार होकर 103 पाकिस्तानी और 62 भारतीय यात्री भारत आए हैं। यात्रियों की मानें तो कराची में पाकिस्तानी रेलवे अधिकारियों ने कहा कि जिसको जाना है जाओ, यह अंतिम ट्रेन है। अब यह नहीं चलेगी।
चेहरे पर खुशी के साथ चिंता के भाव
थार लिंक एक्सप्रेस शनिवार रात करीब डेढ़ बजे पाकिस्तान की सीमा में स्थित खोखरापार स्टेशन से चली थी और रविवार सुबह 8.45 बजे जोधपुर भगत की कोठी रेलवे स्टेशन पहुंची। ट्रेन से भारत आए यात्रियों के चेहरे पर खुशी के साथ चिंता के भाव भी थे। यात्रियों का कहना था कि ट्रेन चलती रहनी चाहिए।
ट्रेन बंद होने की सूचना से परेशान
करीब नौ साल बाद आई पाकिस्तानी महिला शबिया भगत कोठी रेलवे स्टेशन पर अपने भाई रशीद को देखकर भावुक हो गई। उसकी नौ साल पहले पाकिस्तान में शादी हुई थी। उसके बाद अब अपने मायके आई है। उसने कहा कि ट्रेन बंद होने की सूचना से वह परेशान हो गई थी।
गौरतलब है कि थार लिंक एक्सप्रेस शुक्रवार रात जोधपुर के उपनगरीय इलाके भगत की कोठी रेलवे स्टेशन से 165 यात्रियों को लेकर रवाना हुई थी। यह शनिवार सुबह बाड़मेर जिले के सरहद पर स्थित मुनाबाव स्टेशन पहुंची थी। वहां यात्रियों की इमिग्रेशन प्रक्रिया पूरी की गई थी।
इसके बाद भारतीय रेलवे के अधिकारियों की पाकिस्तानी रेलवे अधिकारियों से बात हुई। ट्रेन करीब चार बजे पाकिस्तान के सरहदी स्टेशन खोखरापार पहुंची। वहां से ट्रेन शनिवार रात को करीब डेढ़ बजे यात्रियों को लेकर फिर भारत के लिए रवाना हुई जो रविवार सुबह जोधपुर के भगत की कोठी रेलवे स्टेशन पर पहुंची।
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