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वैक्सीन बर्बाद करने में लक्षद्वीप सबसे आगे, 22 फीसद डोज हुए खराब, जानें- बिहार, राजस्थान समेत अन्य राज्यों का हाल

लक्षद्वीप में अब तक 22 फीसद डोज खराब हुए हरियाणा और असम भी पीछे नहीं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार है इस सूची में राजस्थान चौथे स्थान पर है। यहां 5.5 फीसद वैक्सीन बर्बाद हुई है।

By Nitin AroraEdited By: Published: Sat, 08 May 2021 06:01 PM (IST)Updated: Sat, 08 May 2021 06:01 PM (IST)
वैक्सीन बर्बाद करने में लक्षद्वीप सबसे आगे, 22 फीसद डोज हुए खराब, जानें- बिहार, राजस्थान समेत अन्य राज्यों का हाल
वैक्सीन बर्बाद करने में लक्षद्वीप सबसे आगे, 22 फीसद डोज हुए खराब, जानें- बिहार, राजस्थान समेत अन्य राज्यों का हाल

नई दिल्ली, आइएएनएस। देश में कोरोना वैक्सीन की लगातार बढ़ती मांग के बीच लक्षद्वीप में वैक्सीन की सबसे अधिक 22 फीसद बर्बादी की खबर सरकार के लिए चिंता का विषय है। वैक्सीन बर्बाद करने में हरियाणा और असम भी पीछे नहीं रहे। हरियाणा में जहां 6.65 फीसद वैक्सीन खराब हुई वहीं असम में यह आंकड़ा 6.07 फीसद है। ये दोनों वैक्सीन बर्बाद करने वाले प्रदेशों की सूची में क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।

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स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार है इस सूची में राजस्थान चौथे स्थान पर है। यहां 5.5 फीसद वैक्सीन बर्बाद हुई है। वहीं में पंजाब में 5.05 फीसद और बिहार में 4.96 फीसद वैक्सीन बर्बाद हुई।

अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दादरा और नगर हवेली में 4.93 फीसद, मेघालय में 4.21 फीसद, तमिलनाडु में 3.94 फीसद और मणिपुर 3.56 फीसद वैक्सीन बर्बाद की गई।

दो दिन पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैक्सीन के अपव्यय को कम करने के लिए केरल की प्रशंसा की थी। पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि हमारे स्वास्थ्य कíमयों और नर्सो ने टीके की बर्बादी कम करने के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। टीके की बर्बादी को कम करना कोरोना के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने में महत्वपूर्ण है।

बता दें कि केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने राज्य में कोरोना वायरस वैक्सीन की बर्बादी के आंकड़ों पर प्रकाश डाला था। उन्होंने ट्वीट करते हुए यह भी बताया था कि किस तरह बर्बादी का सही इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने बताया था कि केरल को केंद्र सरकार से वैक्सीन की 73,38,806 खुराक मिली और हमने 74,26,164 खुराक प्रदान की, हम प्रत्येक शीशी में व्यर्थ के रूप में बची अतिरिक्त खुराक का उपयोग कर रहे हैं। हमारे स्वास्थ्य कार्यकर्ता, विशेष रूप से नर्स ऐसे शुभ कार्य के लिए पूरी सराहना के पात्र हैं।


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