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केंद्रीय विद्यालय के इस शिक्षक ने बनाया ऐसा ह्यूमनॉएड रोबोट जो नौ भारतीय और 38 विदेशी भाषाओं में करती है बात

आईआईटी बॉम्बे (IIT Bombay) के परिसर में स्थित केंद्रीय विद्यालय के युवा शिक्षक दिनेश पटेल ने एक ऐसा रोबोट बनाया है जो बिल्कुल इंसानों की तरह बात करता है। यह रोबोट नौ भारतीय और 38 विदेशी भाषाएं बोल सकता है। पढ़ें यह रिपोर्ट...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 04 Feb 2021 10:57 PM (IST)Updated: Thu, 04 Feb 2021 11:01 PM (IST)
केंद्रीय विद्यालय के इस शिक्षक ने बनाया ऐसा ह्यूमनॉएड रोबोट जो नौ भारतीय और 38 विदेशी भाषाओं में करती है बात
युवा शिक्षक दिनेश पटेल ने एक ऐसा रोबोट बनाया है जो बिल्कुल इंसानों की तरह बात करता है।

नई दिल्‍ली, जेएनएन। रूपहले पर्दे पर सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म रोबोट के किरदार 'चिट्टी' को शायद भूले नहीं होंगे। रजनीकांत की इस फि‍ल्‍म 2.0 में इंसानों जैसी क्षमता, फीलिंग और खूबियां थी। यह फिल्‍म भले ही काल्‍पनिक कहानी पर आधारित हो लेकिन आईआईटी बॉम्बे (IIT Bombay) के परिसर में स्थित केंद्रीय विद्यालय के एक युवा शिक्षक ने इसे साकार कर दिया है। कंप्‍यूटर साइंस के शिक्षक दिनेश पटेल ने ऐसा रोबोट बनाया है जो बिल्कुल इंसानों की तरह बात करता है।

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बाजार में मिलने वाले स्‍पेयर पार्ट से किया तैयार 

दिनेश (Dinesh Patel) ने इस इंसानी रोबोट (Social Humanoid Robot) का नाम शालू रखा है। इस रोबोट के कारनामों की खूब चर्चा हो रही है। यह रोबोट नौ भारतीय और 38 विदेशी भाषाएं बोल सकता है। इसकी खूबियों के कारण है कि इसे रोबोट कम सोशल ह्यूमनॉएड (Social Humanoid) कहना ज्‍यादा मुनासिब होगा। गौर करने वाली बात यह है कि दिनेश ने इस रोबोट का निर्माण आम तौर पर बाजार में मिलने वाले स्‍पेयर पार्ट से किया है। 

पहला सोशल ह्यूमनॉएड रोबोट बनाने का दावा 

आईआईटी पवई मुंबई के परिसर में स्थित केंद्रीय विद्यालय में कंप्‍यूटर साइंस के शिक्षक दिनेश कहते हैं कि मैंने खाली समय में इस रोबोट पर काम करना शुरू किया था। दिनेश ने इसे अपने घर पर ही तैयार किया। दिनेश कहते हैं कि तीन साल की अथक मेहनत, लगन और धैर्य के बाद यह 'पहला सोशल ह्यूमनॉएड रोबोट' (First social humanoid Robot) बनकर तैयार हो गया। 

रजनीकांत की फिल्‍म देखकर मिली प्रेरणा 

यह रोबोट (Social Humanoid Robot) हिंदी, अंग्रेजी, भोजपुरी, मराठी, बांग्‍ला, गुजराती, तमिल, तेलुगू, मलयालम और नेपाली समेत 38 विदेशी भाषाओं में बात कर सकता है। यह पूछे जानें पर कि आखिर में इस तरह का रोबोट बनाने की प्रेरणा उन्‍हें कहां से मिली... दिनेश कहते हैं कि इसको बनाने की प्रेरणा भी उन्‍हें रजनीकांत की फिल्‍म रोबोट  से ही मिली। इस फि‍ल्‍म में रोबोट चिट्टी ने जो भूमिका निभाई है वह जेहन में बैठ जाती है। 

...और रोबोट शालू ने लिया मूर्त रूप 

दिनेश कहते हैं कि रोबोट चिट्टी की भूमिका देखकर मेरे भीतर भी सवाल उठा कि क्‍या वाकई ऐसा रोबोट बनाया जा सकता है जिसमें इंसानों की तरह फिलिंग और भावनाएं हों... जो इंसानों की तरह व्‍यवहार करता हो। दिनेश की मानें तो उनकी इसी कल्‍पना और जिज्ञासा ने इस रोबोट को साकार किया। दिनेश ने बताया कि रोबोट सोफिया को देखकर भी मेरी कल्पना साकार रूप ले सकी। मालूम हो कि रोबोट सोफिया को हांगकांग की एक रोबोटिक कंपनी हैनसन रोबोटिक्स ने विकसित किया है।


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