गन कैरिज पर क्यों ले जाया गया अरुण जेटली का पार्थिव शरीर, जानिये वजह
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का बीते दिन यानी 24 अगस्त को दिल्ली के एम्स मे निधन हो गया है।इस बाद आज सुबह यानी 25 अगस्त को उनके पार्थिव शरीर को गन कैरिज पर लाया गाया।
नई दिल्ली एजेंसी: पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन के बाद आज उनके पार्थिव शरीर को उनके बेटे रोहन ने मुखाग्नि दी। अरुण जेटली के पार्थिव शरीर को गन कैरीज पर अंतिम संस्कर के लिए ले जाया गया। दरअसल भारतीय कानून के हिसाब से मान्यता है कि प्रधामंत्री, रक्षा मंत्री और राष्ट्रपति के निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर को गन कैरिज पर ले जाया जाता है।
संभाल चुके हैं रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी
अरुण जेटली मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। इसके तहत अरुण जेटली का पार्थिव शरीर को गन कैरिज पर ले जाया गया। बता दें कि आज सुबह करीब 11 बजे के आस-पास जेटली के पार्थिव शरीर को गन कैरिज वाहन पर बीजेपी के द्फ्तर तक ले जाया गया।
अरुण जेटली के पार्थिव शरीर को लाए ये मंत्री
अरुण जेटली के पार्थिव शरीर को रविवार सुबह कैलाश कॉलोनी स्थित आवास पर सबसे पहले लाया गाया। इसके बाद उन्हें भाजपा के दिल्ली स्थित दफ्तर में लाया गया। उनके पार्थिव शरीर को लाने के लिए कई बीजेपी सदस्य शामिल हुए थे।
सोशल मीडिया पर सभी क्षेत्र के लोगों ने दी श्रद्धांजलि
अरुण जेटली बीते कई दिनों से सांस की समस्या से जूझ रहे थे। उनकी दिक्कत बढ़ती देख उन्हें दिल्ली एम्स में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। कई दिनों तक चले इलाज के बाद बीते दिन यानी 24 तारीख को उनका निधन हो गया। इसके बाद सोशल मीडिया पर विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
बहरीन से पीएम मोदी ने अरुण जेटली को किया याद
विदेशी दौर पर गए प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी अरुण जेटली के निधन के समय बहरीन की यात्रा पर थे। इस दौरान वहां भारतीय की काफी संख्या को देख उन्हेंने कहा कि आज उन्होंने अपना बेहद ही खास दोस्त को खो दिया है।
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