Move to Jagran APP

टैक्सी ड्राइवर ने केबीसी में जीते 25 लाख, नि:शुल्क स्कूल और अनाथालय भी चलाते हैं

ये शख्स हैं 70 साल के गाजी जलालुद्दीन, पेशे से टैक्सी चालक। पिछले 38 वर्षों से कोलकाता की सड़कों पर टैक्सी दौड़ा रहे हैं।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Mon, 29 Oct 2018 08:27 PM (IST)Updated: Mon, 29 Oct 2018 08:27 PM (IST)
टैक्सी ड्राइवर ने केबीसी में जीते 25 लाख, नि:शुल्क स्कूल और अनाथालय भी चलाते हैं
टैक्सी ड्राइवर ने केबीसी में जीते 25 लाख, नि:शुल्क स्कूल और अनाथालय भी चलाते हैं

विशाल श्रेष्ठ, कोलकाता। वे दूसरी से आगे पढ़ नहीं पाए। उन्हें न तो हिंदी आती है और न अंग्रेजी। कोलकाता में टैक्सी चलाते हैं। लेकिन किसी और जरूरतमंद बच्चे की पढ़ाई की गाड़ी दूसरी पर आकर न ठहर जाए, इस बात की चिंता करते हैं और हरसंभव जतन भी। ये शख्स हैं 70 साल के गाजी जलालुद्दीन, पेशे से टैक्सी चालक। पिछले 38 वर्षों से कोलकाता की सड़कों पर टैक्सी दौड़ा रहे हैं। लेकिन गाजी की पहचान महज इतनी नहीं है।

loksabha election banner

कौन बनेगा करोड़पति यानी केबीसी में गाजी ने 25 लाख रुपये जीते हैं। कार्यक्रम का प्रसारण दो नवंबर को होगा। गाजी का कहना है कि जीती हुई रकम से वे जरूरतमंद बच्चों के लिए नि:शुल्क कॉलेज खोलेंगे। गाजी फिलहाल टैक्सी चलाने के अलावा पश्चिम बंगाल के सुंदरवन इलाके में गरीब बच्चों के लिए दो नि:शुल्क स्कूल चलाते हैं और उन्होंने एक अनाथालय भी खोला है। किसी टैक्सी चालक के लिए यह काम इतना आसान कतई नहीं। लेकिन इसके लिए उन्होंने अपनी सारी संपत्ति लगा दी। साधारण से दिखने वाले इस असाधारण इंसान को केबीसी में आमंत्रित करने की वजह भी यही थी।

पहले कर दिया था केबीसी में जाने से इन्कार 
गाजी ने बताया, मुझे रमजान से पहले पहली बार केबीसी वालों की तरफ से फोन आया था। शायद उन्होंने कहीं मेरे बारे में सुना था। मैंने उस वक्त यह कहते हुए मना कर दिया था कि मैं केबीसी के बारे में कुछ नहीं जानता। पढ़ा-लिखा भी नहीं हूं। एक भी सवाल का जवाब नहीं दे पाऊंगा। इसके कुछ दिन बाद मुझे उनकी तरफ से फिर फोन आया। उन्होंने कहा कि सवालों के जवाब देने के लिए आपको एक पार्टनर दिया जाएगा। यह पार्टनर कोई और नहीं बल्कि बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान थे। इसके बाद मैंने शो में जाने के लिए हामी भर दी। मैं गत 24 अक्टूबर को पत्नी तसलीमा बीबी, छोटे बेटे इसराफिल गाजी और एक परिचित के साथ मुंबई गया। अगले दिन एपिसोड की शूटिंग हुई और 26 को मैं कोलकाता लौट आया। मेरे कार्यक्रम का प्रसारण आगामी 2 नवंबर को होना है।

अभिभूत हुए अमिताभ-आमिर
गाजी द्वारा किए जा रहे कायरें से अमिताभ बच्चन और आमिर खान बेहद प्रभावित हुए। बकौल गाजी, अमिताभ बच्चन ने मुलाकात के दौरान मेरे काम की सराहना करते हुए कहा कि आप जो कर रहे हैं, वो तो शायद मैं भी नहीं कर पाऊंगा। आमिर खान ने भी मेरे काम की तारीफ करते हुए इसे जारी रखने के लिए कहा। दो इतनी बड़ी शख्सियतों के मुंह से ऐसी बातें सुनकर मेरा उत्साह दोगुना हो गया है।

सुंदरवन में खोलेंग नि:शुल्क कॉलेज
गाजी केबीसी से मिली धनराशि से सुंदरवन में गरीब छात्र-छात्राओं के लिए नि:शुल्क कॉलेज खोलना चाहते हैं। उन्होंने कहा, सुंदरवन के बच्चों को कॉलेज की पढ़ाई के लिए दूर-दूर जाना पड़ता है। मैं चाहता हूं कि वे अपने इलाके में रहकर ही पढ़ सके, वो भी बिना किसी खर्च के।

संघर्ष भरा रहा है जीवन
गाजी महज सात साल की उम्र में परिवार के साथ पेट पालने कोलकाता आ गए थे। उनका बचपन फुटपाथ पर ही बीता। 14 साल की उम्र में उन्होंने हाथरिक्शा खींचा। बताते हैं, बड़ा हुआ तो टैक्सी चलाना सीख लिया। लेकिन साथ ही 500 से अधिक नौजवानों को टैक्सी चलाने का नि:शुल्क प्रशिक्षण भी दिया। इसके लिए सुंदरवन ड्राइविंग समिति की शुरुआत की। 1998 में गाजी ने सुंदरवन में पहला स्कूल खोला। इसके कुछ साल बाद दूसरा। 2015 में उन्होंने सुंदरवन आर्फनेज मिशन की शुरुआत की और अनाथालय खोला। अनपढ़ होने ने बावजूद गाजी इस बात को भली-भांति समझते हैं कि शिक्षा से ही बेरोजगारी दूर की जा सकती है।

दैनिक जागरण ने प्रकाशित की थी 'गजब के गाजी' की कहानी.. 
दैनिक जागरण ने भी अपने नियमित स्तंभ 'जागरण सरोकार' में कोलकाता के गाजी जलालुद्दीन की प्रेरक कहानी को गत वर्ष प्रकाशित किया था। 'गजब के गाजी : निरक्षर जलालुद्दीन ने दौड़ाई शिक्षा की गाड़ी' शीर्षक से पिछले साल तीन सितंबर को प्रकाशित खबर में गाजी के निजी जीवन में किए गए संघर्ष और जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा के लिए उनके द्वारा किए जा रहे कामों को देश के सामने प्रेरणा के रूप में प्रस्तुत किया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.