कांग्रेस के 'धनुष' पर 'कोलावेरी डी'
उत्तर प्रदेश में चुनाव जीतने के लिए हर हथकंडा अपना रही कांग्रेस प्रचार अभियान में भी लोकप्रियता के हर नुस्खे को आजमा रही है। 2009 के लोकसभा चुनाव में हिट रहे एआर रहमान के 'जय हो' की तर्ज पर राहुल गांधी को केंद्र में रखते हुए कांग्रेस एक थीम सांग तो लांच कर ही रही है। अब उसकी कोशिश युवाओं के बीच इस समय सबसे ज्यादा लोकप्रिय गीत 'व्हाई दिस कोलावेरी डी' को भी पार्टी के दूसरे थीम सांग की तरह लांच कर उसे भुनाने की है।
नई दिल्ली [राजकिशोर]। उत्तर प्रदेश में चुनाव जीतने के लिए हर हथकंडा अपना रही कांग्रेस प्रचार अभियान में भी लोकप्रियता के हर नुस्खे को आजमा रही है। 2009 के लोकसभा चुनाव में हिट रहे एआर रहमान के 'जय हो' की तर्ज पर राहुल गांधी को केंद्र में रखते हुए कांग्रेस एक थीम सांग तो लांच कर ही रही है। अब उसकी कोशिश युवाओं के बीच इस समय सबसे ज्यादा लोकप्रिय गीत 'व्हाई दिस कोलावेरी डी' को भी पार्टी के दूसरे थीम सांग की तरह लांच कर उसे भुनाने की है।
पूरे देश में युवाओं की जुबान पर चढ़ चुके इस गीत के कॉपीराइट हासिल करने के लिए कांग्रेस के प्रबंधक जुटे हुए हैं। दक्षिण भारत के सुपरस्टार रजनीकांत के दामाद धनुष के सुपरहिट गीत 'कोलावेरी डी' को कांग्रेस थीम सांग की तर्ज पर ही लांच करने की तैयारी में है। बीच में कुछ बातचीत बिगड़ गई थी और धनुष चाहते हैं कि कांग्रेस इसकी तर्ज पर जो गीत बनाए, उसे पहले उन्हें सुनाया और दिखाया जाए।
कामर्शियल मोर्चे पर भी बातचीत जारी है और कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि यह सकारात्मक दिशा में है। शुरू में धनुष मन नहीं बना पा रहे थे। लेकिन कांग्रेस सांसद और उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष राज बब्बर ने हार नहीं मानी और उन्हें सैद्धांतिक तौर पर राजी कर लिया है। धनुष को अपने इस गीत का कापीराइट देने में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन अभी भी कुछ मुद्दों पर वार्ता जारी है।
उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भी कांग्रेस 'कोलावेरी डी' के साथ अपने प्रचार को शीर्ष पर लाने की कोशिश में है। 'जय हो' गीत में जहां पूरी तरह उत्तर प्रदेश एवं राहुल गांधी केंद्र में हैं, वहीं 'कोलावेरी डी' में दूसरे दलों को लपेटा जाएगा और कांग्रेस के 'सुशासन और धर्मनिरपेक्षता' को दर्शाया जाएगा।
चाहे अमेरिका में बराक ओबामा का थीम सॉग 'वी कांट वेट'। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का 'जय हो' या फिर बिहार में राजग के 'महंगाई डायन खाए जात है'। और पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के 'मां, माटी, मानुष' जैसे गीत न सिर्फ जनमानस की जुबान पर चढ़े, बल्कि नतीजे भी उनके पक्ष में आए।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर