जानिए कौन-कौन से हैं दुनिया के 10 सबसे मूल्यवान स्टार्टअप्स
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब से स्टार्टअप को बढ़ावा दिया है उसके बाद से युवा रोजाना नई-नई चीजें खोजकर बाजार में आ रहे हैं और अपनी पहचान बना रहे हैं।
नई दिल्ली। वर्तमान में पूरी दुनिया कोरोना से लड़ रही है, लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जो इस चुनौती में अवसर तलाश रहे हैं। कई लोग मास्क, सैनिटाइजर जैसी चीजों के जरिये व्यापार की नई इबारत लिखने की शुरुआत कर रहे हैं। यही छोटी शुरुआत कई बार बड़ा मुकाम हासिल कर लेती है। ऐसे कई उदाहरण मौजूद हैं। दुनिया में ऐसे कई स्टार्टअप्स हैं, जो आज बड़े नाम बन चुके हैं।
वैसे इस सूची में अमेरिका और चीनी कंपनियों का ही दबदबा है मगर ये बात भी तय है कि यदि कोई नई चीज खोजी जाती है तो वो अपने आप पूरी दुनिया में अलग ही पहचान बना लेती है। उसकी मांग कभी कम नहीं होने पाती। तमाम स्टार्टअप्स इस बात के गवाह है कि यदि वो भीड़ से अलग हटकर हैं तो उनकी अपनी अलग ही मार्केट है, उनकी डिमांड कभी कम नहीं होती और वो आगे बढ़ते ही जाते हैं।
तकनीकी के इस युग में यदि आप कुछ यूनीक सा शुरू करते हैं तो उसको पहचान मिलने में भी अधिक समय नहीं लगता, तमाम सोशल प्लेटफार्म उसे मिनटों में ही दुनिया की नजर में ला देते हैं और वो अपनी पहचान खुद ही बना लेता है। पीएम नरेंद्र मोदी ने जब से युवाओं को आगे आकर नई-नई चीजों को खोजने के लिए कहा है उसी के बाद से ऐसी चीजें खोजी भी जानी लगी है, युवा रोजाना नए-नए स्टार्टअप्स के साथ उतर रहे हैं और अपनी पहचान बना रहे हैं।
दुनिया में बड़ी संख्या में स्टार्टअप्स शुरू होते हैं, जिनमें से कुछ ऐसे होते हैं जो न सिर्फ अपनी वैश्विक पहचान बनाते हैं बल्कि अग्रिम पंक्ति में पहुंचते हैं। सीबी इनसाइट ने दुनिया के सबसे मूल्यवान 10 स्टार्टअप्स की सूची जारी है। इस सूची में भारतीय स्टार्टअप पेटीएम भी टॉप-10 में है।
छठे स्थान पर मौजूद पेटीएम का मूल्यांकन 16 बिलियन अमेरिकी डॉलर (1209 अरब रुपये ) किया गया है।हालांकि इस सूची में अमेरिका का दबदबा है, जिसके चार स्टार्टअप्स इस सूची में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं।वहीं, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के क्षेत्र में कार्य करने वाले चीन की कंपनी बाइटडांस सबसे मूल्यवान स्टार्टअप है।
सीबी इनसाइट ने जारी की सूची
अमेरिकी स्टार्टअप्स का दबदबा सीबी इनसाइट की ओर से जारी दुनिया के सबसे मूल्यवान स्टार्टअप्स की सूची में टॉप-10 में 40 फीसद अमेरिकी कंपनियां हैं। हालांकि इस लिस्ट में पिछले साल के मुकाबले अमेरिकी कंपनियों की स्थिति में गिरावट आई है। पूर्व में अमेरिका की हिस्सेदारी 60 फीसद थी। वहीं टॉप-10 में एक भारतीय स्टार्टअप भी शामिल है।
400 से अधिक कंपनियां
रैंकिंग में कुल 24 कंपनियों का मूल्य 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर आंका गया है। सीबी इनसाइट के मुताबिक, मई 2020 में दुनिया में 400 से अधिक यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स (एक बिलियन अमेरिकी डॉलर या उससे अधिक मूल्य की कंपनियां) हैं। टॉप-3 में दो चीन के चीन के स्टार्टअप बाइटडांस के व्यापार की कुल कीमत 75 बिलियन अमेरिकी डॉलर (5,667 अरब रुपये) आंकी गई है। चीन में कंटेंट प्लेटफॉर्म टोटिनो इसी के तहत चल रहा है, जो कि परंपरागत और नए मीडिया स्नोतों के बाहर प्रत्येक व्यक्ति के लिए न्यूजफीड उपलब्ध कराता है।
दूसरे नंबर पर चीन
दूसरा सबसे मूल्यवान स्टार्टअप भी चीन का ही है। चीन की दीदी चकिंग्स का मूल्य 56 बिलियन डॉलर (4,231 अरब रुपये) आंका गया है। इसके बाद स्ट्राइप, एयरबीएनबी, स्पेस एक्स और एपिक गेम्स अमेरिकी कंपनियां हैं। जिनका मूल्यांकन 15 बिलियन अमेरिकी डॉलर से 36 बिलियन अमेरिकी डॉलर के मध्य किया गया है।अमेरिकी कंपनी जूल लैब्स और वी वर्क भी इस सूची में शामिल थीं।
अमेरिकी कंपनी
अमेरिकी कंपनी स्ट्राइप ने बहुत तेजी से आगे बढ़ी है। इसने अपने मूल्य को 22.5 बिलियन डॉलर से 36 बिलियन डॉलर तक पहुंचाया है। भारतीय कंपनी भी टॉप-10 में इस सूची में भारतीय ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पेटीएम भी शामिल है। जिसका मूल्यांकन 16 बिलियन अमेरिकी डॉलर (करीब 1209 अरब रुपये) किया गया है। वहीं सिंगापुर की कंपनी ग्रैब भी इसमें शुमार है। (अरब रुपये में)
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