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जानिए, 33 हत्याएं करने वाला आदेश खांबरा क्यों बना मौत का दर्जी

एसपी राहुल कुमार लो़ढ़ा ने बताया कि आदेश ने अपने बचपन के बारे में बताया है। उसका कहना है कि पिता गुलाब खांबरा फौज से रिटायर हुए थे।

By Manish NegiEdited By: Published: Thu, 13 Sep 2018 09:31 AM (IST)Updated: Thu, 13 Sep 2018 10:25 AM (IST)
जानिए, 33 हत्याएं करने वाला आदेश खांबरा क्यों बना मौत का दर्जी
जानिए, 33 हत्याएं करने वाला आदेश खांबरा क्यों बना मौत का दर्जी

नई दुनिया, भोपाल। ट्रक लूट कर ड्राइवर-क्लीनर की हत्या करने वाले सीरियल किलर आदेश खांबरा की जुर्म की फेहरिस्त लगातार लंबी होती जा रही है। बुधवार को पुलिस ने खांबरा के द्वारा की गई वारदात की लिस्ट जारी की, जिसके मुताबिक उसने 20 वारदात में कुल तीस ड्राइवर-क्लीनर की हत्याएं की हैं। तीन हत्याएं दूसरे मामलों में की हैं। इस तरह उसके द्वारा की गई हत्याओं का आंकड़ा 33 पर पहुंचता है। पुलिस द्वारा जारी हत्याओं की सूची से यह भी पता चलता है कि खांबरा जहां से ट्रक लूटता था, वहां से काफी दूर ड्राइवर-क्लीनर के शव ठिकाने लगाता था।

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रिटायर्ड फौजी पिता के क्रूर व्यवहार से निर्दयी बना आदेश
एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने जानकारी दी कि आदेश ने बताया है कि उसके पिता स्व. गुलाब खांबरा फौज से रिटायर हुए थे। बचपन से ही वह उसे बेरहमी से पीटते थे। यह सिलसिला उसकी किशोर अवस्था तक जारी रहा। पिता के व्यवहार के कारण वह अपनी दर्जी की दुकान भी एक जगह स्थायी तौर पर नहीं चला पाता था। इससे उसके दिल में निर्दयता बढ़ती गई।

इस तरह चल पड़ा जुर्म की राह पर
महाराष्ट्र के एक युवक से दोस्ती के बाद आदेश ने भंडारा में टेलर की दुकान खोली थी। वहां एक बार उसके साथ इलाके के एक रसूखदार ने मारपीट की थी। इसका जिक्र आदेश ने पिता से किया। इसके बाद पिता-पुत्र ने एक रिश्तेदार के साथ मिलकर बीच बाजार उस व्यक्ति को उसके प्रतिष्ठान में घुसकर पीटा। इसके बाद आदेश के तार ट्रक लूटने वाले गिरोह से जुड़ गए। एसपी ने बताया कि आदेश के गिरोह में 12 से अधिक लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली है। इनमें हत्या के मामले में शामिल जयकरण और तुकाराम भी हैं। इन दोनों ने हत्या के ज्यादातर मामलों में आदेश का साथ दिया है। एसपी के मुताबिक आदेश ने गोविंदपुरा गेट और मिसरोद के 11 मील से ट्रक लूटकर उनके चालकों की हत्या करना कबूल किया है। उसने शव बहते पानी में फेंक दिए थे। उनके शव अभी बरामद नहीं किए जा सके हैं। वह हत्या के बाद चालकों के कपड़े उतारकर दूसरी जगह जला देता था।

सीबीआइ की तरह बनेगी अभियोजन की टीम
आदेश को सजा दिलाने के लिए पुलिस पूरी तैयारी कर रही है। पुलिस महानिरीक्षक जयदीप प्रसाद सीबीआइ की तरह अभियोजन की टीम तैयार कर रहे हैं। अभियोजन के अफसरों की टीम बनाई जाएगी, जो दो- दो केस पर फोकस कर क्रम वार कोर्ट में चालान पेश करेगी। आदेश ट्रक एक स्थान पर लूटता तो हत्या दूसरे स्थान पर करता था। तीसरे स्थान पर उनके शवों को ठिकाने लगाता था। ऐसे में पुलिस को उन स्थानों पर जाकर सुबूतों को जमा करना पड़ेगा। प्राथमिकता के आधार पर उन हत्याओं को पहले स्थान पर रखा जाएगा जो खांबरा ने भोपाल में की थी। इसलिए दो केस पर एक अभियोजन की टीम काम करेगी। इसी तरह से उसके 33 हत्याओं के लिए अभियोजन की टीम बनाई जाएगी।


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