नया साल नई उम्मीद, हुनरमंद युवा आबादी खोलेगी देश में तरक्की के द्वार
जनसंख्या नियोजन यानी हर हाथ को हुनर और कौशल के साथ काम देने वाली तमाम योजनाएं चल रही हैं। स्टार्ट अप ने इस कार्यशील और जोखिम लेने वाली आबादी की दशा-दिशा बदल दी है।
नई दिल्ली,जेएनएन। विश्व में जनसंख्या के मामले में हम दूसरे स्थान पर हैं। अच्छी बात यह है कि हमारी आबादी में सर्वाधिक युवा हैं जो देश की दशा-दिशा बदलकर तरक्की के मार्ग पर ले जाने को प्रतिबद्ध हैं। यह साल नए अवसर और उम्मीदें लेकर आया है। जनसंख्या नियोजन यानी हर हाथ को हुनर और कौशल के साथ काम देने वाली तमाम योजनाएं चल रही हैं। स्टार्ट अप ने इस कार्यशील और जोखिम लेने वाली आबादी की दशा-दिशा बदल दी है।
बढ़ता देश-बढ़ते युवा
- 2050 तक में आबादी में चीन को पीछे छोड़ देंगे हम।
- 2050 तक दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था होंगे।
- 2030 तक भारत सर्वाधिक करीब 96.2 करोड़ कार्यशील आबादी वाला देश होगा।
- 2020 तक दुनिया के सबसे युवा देश होंगे हम।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना
देश के एक करोड़ युवाओं को औद्योगिक और अन्य क्षेत्रों का कुशल प्रशिक्षण देने वाली महत्वाकांक्षी योजना है। सरकार इसमें कम पढ़े लिखे या 10वीं, 12वीं कक्षा बीच में छोड़ने वाले युवाओं को प्रशिक्षण देती है।
बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
नया साल देश के युवाओं के लिए रोजगार के नए मौके लाएगा। मिल्कबास्केट, कार्स24 और इंस्टामोजो जैसे नए स्टार्टअप कंपनियों द्वारा पिछले साल की तुलना में इस साल 50 फीसद अधिक लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। टेक स्टार्टअप में इस साल 40,000 नई नौकरियां निकलने के अनुमान हैं।
कौशल विकास केंद्र
सिंगापुर अपना पहला कौशल विकास केंद्र भारत के असम में स्थापित करने जा रहा है। यहां युवाओं को व्यावसायिक कौशल और प्रशिक्षण दिया जाएगा।
स्टार्टअप इंडिया
2016 में लांच की गई ये योजना इस साल अपने अंतिम चरण में है। इसके जरिये सरकार ने देश में नए उद्योगों की शुरुआत या स्टार्टअप शुरू करने के लिए नियमों को आसान बनाया है। नासकॉम के मुताबिक 2020 तक देश में 10,500 स्टार्टअप और 2.10 लाख रोजगार मिलने का अनुमान है।