National Voters Day: जानें- कब और क्यों हुई इस दिन की शुरुआत, इस बार क्या है इसकी थीम
आज राष्ट्रीय मतदाता दिवस है। इसकी शुरुआत पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने वर्ष 2011 में भारतीय चुनाव आयोग के 61वें स्थापना दिवस के अवसर पर की थी। इस दिन को मनाने के पीछे मकसद मतदाताओं को जागरुक करना था।
नई दिल्ली (ऑनलाइन डेस्क)। हर वर्ष देश के मतदाताओं को जागरुक करने के मकसद से वर्ष 25 जनवरी 2011 को तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने इसका शुभारंभ किया था। इसी दिन देश के निर्वाचन आयोग ने अपने 61 वर्ष पूरे किए थे। इसका मकसद देश के मतदाताओं को जागरुक बनाना है। साथ ही एक मकसद ये भी था कि कोई मतदाता पीछे न छूट जाए और देश के विकास में उसकी पूरी भागीदारी साबित हो। इसकी शुरुआत के पीछे लगातार मतदान में कमी आना और मतदाताओं का इसके प्रति रूचि न दिखाना भी था।
निर्वाचन आयोग की ही बात करें तो इस दिवस से उका उद्देश्य देश में हर वर्ष ऐसे मतदाताओं का पता लगाना था जो 18 वर्ष के हो चुके हैं और पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए तैयार है, का पता लगाना था। ऐसे पात्र मतदाताओं की पहचान कर उनका नाम मतदाता सूचि में दर्ज करना उनका मतदाता पहचान पत्र बनाना भी निर्वाचन आयोग का एक बड़ा मकसद था। इस मौके पर नए मतदाताओं को एक बैज दिए जाने की एक प्रथा शुरू हुई। इस पर मतदाता बनने पर गर्व है, मतदान को तैयार हैं, लिखा होता है। इस बार (वर्ष 2021) के लिए इस दिन की थीम सभी मतदाता बनें:-सशक्त, सतर्क, सुरक्षित, जागरूक रखी गई है।
वर्तमान की बात करें तो इस बार इसका आयोजन इस बार ऐसे समय में किया गया है जब पूरा विश्व कोरोना महामारी से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा है। भारत की ही बात करें तो देश में कोरोना के बढ़ते मामलों पर काफी हद तक काबू पा लिया है, लेकिन इसके बाद भी अभी लंबा सफर तय करना बाकी है। कोरोना से उबरने के लिए भारत सरकार ने विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण की शुरुआत की है। इसके तहत फ्रंट लाइन पर कोरोना से जंग लड़ रहे मेडिकल स्टाफ समेत दूसरे लोगों को कोविड-19 वैक्सीन की खुराक दी जा रही है। इसका पहला चरण पूरा हो चुका है जबकि दूसरे चरण में इसकी वैक्सीन पीएम मोदी समेत देश के विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों को लगाई जाएगी।
बहरहाल कोरोना संकट के बीच मनाए जाने वाले इस दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविदं एक चर्चा में वर्चुअली हिस्सा लेंगे। ये चर्चा सुरक्षित मतदान को लेकर होनी है। आपको बता दें कि कुछ ही माह के बाद पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके अलावा भी कुछ और राज्यों में चुनाव होने हैं। इस दिन के मौके पर राष्ट्रपति 2020-21 के लिए नेशनल अवार्ड की घोषणा करेंगे। ये राज्य स्तरीय और जिला स्तर पर दिए जाएंगे। ये दरअसल यहां पर बेहतर तरीके से चुनाव कराने को लेकर दिए जाएंगे। इसके साथ ही चुनाव आयोग की वेब रेडियो हैलो रेडियो की शुरुआत करेंगे।