न्यू ईयर पार्टी पर ओमिक्रोन का साया: दिल्ली व महाराष्ट्र समेत देश के इन राज्यों में पाबंदियां लागू, जानें
नए साल के मौके पर समारोह व पार्टी के आयोजनों पर देश के अधिकांश हिस्सों में पाबंदियां लगा दी गई हैं ताकि कोरोना वायरस का अत्यधिक संक्रामक नया वैरिएंट और अधिक न फैल सके और न ही ये आयोजन सुपर स्प्रेडर इवेंट बन जाए।
नई दिल्ली, एएनआइ। महामारी कोविड-19 ने इस साल अप्रैल मई में देशभर में कोहराम मचा दिया था। सितंबर-अक्टूबर में लोगों के बीच इसका खौफ खत्म हो ही रहा था कि कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रोन दक्षिण अफ्रीका से निकलकर पूरी दुनिया में फैल गया। इस नए वैरिएंट की दहशत के कारण भारत के कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू समेत कई प्रतिबंध लगा दिए गए हैं।
दिल्ली में नाइट कर्फ्यू
देश की राजधानी दिल्ली में नाइट कर्फ्यू (रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक) जारी है। सरकार ने शराब की दुकानों का समय घटाकर रात 8 बजे तक कर दिया है इसलिए नए साल से पहले शराब की दुकानों पर लोगों की लंबी कतार लग गई।
कर्नाटक में भी लगी पाबंदियां
महामारी बीमारी अधिनियम के तहत जरूरी आदेश जारी किए गए हैं। 31 दिसंबर, शुक्रवार शाम 7 बजे के बाद समुद्र के तटों (beaches) पर जाने से रोक लगा दी गई है। यह जानकारी दक्षिण कन्नड़ डिप्टी कमिश्नर डाक्टर राजेंद्र केवी ने दी। कर्नाटक सरकार ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा कि बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए 31 दिसंबर के शाम 6 बजे से 1 जनवरी 2022 के सुबह 5 बजे तक प्रतिबंध लगाए गए हैं।
जानें महाराष्ट्र में लागू पाबंदियां
महाराष्ट्र सरकार की ओर से जारी आदेश के अनुसार, शादी समारोहों, सामूहिक आयोजनों में 50 से अधिक लोगों के शामिल होने की अनुमति नहीं होगी वहीं अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए मात्र 20 लोगों को अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा सार्वजनिक जगहों जैसे समुद्री तटों, खुले मैदानों आदि में आवश्यकता होने पर धारा 144 लागू की जा सकती है।
गुजरात में नाइट कर्फ्यू
गुजरात में महामारी को लेकर जारी दिशानिर्देश व प्रतिबंध आगामी सात जनवरी तक बढ़ा दिए गए हैं। साथ ही नाइट कर्फ्यू रात के 11 बजे से सुबह 6 बजे तक के लिए लगाया गया है। देश में ओमिक्रोन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। गुरुवार को कोरोना के नए वैरिएंट के 412 मामले सामने आए। यह एक दिन में ओमिक्रोन के मामलों की सबसे ज्यादा संख्या है। इसके साथ ही ओमिक्रोन से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 1,193 हो गई। इस बीच, महाराष्ट्र में ओमिक्रोन पीड़ित एक शख्स की मौत हो गई है।
29 दिसंबर को पूरी दुनिया में कोरोना के 17 लाख 17 हजार से अधिक मामले सामने आए। इससे पहले दूसरी लहर के दौरान 23 अप्रैल को नौ लाख चार हजार मामले सामने आए थे। इन देशों में इतने बड़े पैमाने पर मामले आने के पीछे अत्यधिक संक्रामक ओमिक्रोन वैरिएंट को जिम्मेदार माना जा रहा है।