Cyclone Fani के बारे में जानिये 10 बड़ी बातें, तबाही से बचने के लिए रखना होगा एहतियात
चक्रवाती तूफान फानी को लेकर ओडिशा के साथ तमिलनाडु केरल पश्चिम बंगाल एवं आंध्र प्रदेश के लिए एडवाइजरी जारी की गई है।
नई दिल्ली, जेएनएन। Cyclone Fani: चक्रवाती तूफान फानी को लेकर पूरा देश पहले से ही अलर्ट है। इसे लेकर ओडिशा के साथ तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल एवं आंध्र प्रदेश के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। साथ ही तीन केंद्र शासित प्रदेश अंडमान-निकोबार, पुडूचेरी एवं लक्ष्यद्वीप के लिए भी एडवाइजरी जारी की गई है।
आशंका जताई जा रही है जिससे आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में गुरुवार तक भारी वर्षा हो सकती है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने ओडिशा में 'यलो वार्निंग' जारी की है। ऐसे में अनुमान इस दौरान 180 से 190 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलेगी तथा भारी से भारी बारिश होगी। पूरी, खुर्दा, गंजाम, जगतसिंहपुर में डेढ़ मीटर से अधिक ऊंचा समुद्री लहर उठने का अनुमान है। आइये जानते हैं फानी को लेकर 10 बड़ी बातें
1. पुरी प्रशासन ने पर्यटकों को दो मई यानी गुरुवार तक पुरी छोड़ने का निर्देश दिया है। इसके पहले सरकार की ओर से आने वाले दिनों में पर्यटकों की यात्रा रद करने का भी निर्देश दिया गया है। वहीं, अब प्रशासन ने सरकारी डॉक्टरों की छुट्टियां भी रद कर दी हैं। तूफान से निपटने के लिए भारतीय नौसेना ने पूरी कमर कस ली है।
2. चुनाव आयोग ने ओडिशा के 11 जिलों में लोकसभा चुनाव के लिए लागू आचार संहिता हटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपारा, भद्रक, बालासोर, मयुरभंज, गजपति, गंजम, खोरढा, कटक और जजपुर में फानी चक्रवात (Cyclone Fani) के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य को देखते हुए आचार संहिता हटाई गई है। भारतीय निर्वाचन आयोग ने दो जिलों जगतसिंहपुर और गजपति में मतदान EVM को स्थानांतरित करने की मंजूरी दी है। यहां पर स्कूलों और कॉलेजों में 2 से 4 मई तक छुटि्टयां घोषित कर दी गई है।
3. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा है कि भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना ने राहत एवं बचाव अभियानों के लिए जहाजों तथा हेलीकॉप्टरों को तैनात किया है। आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना की टुकड़ियों को भी तैयार रखा गया है। एनडीआरएफ आंध्र प्रदेश में 41 टीमों, ओडिशा में 28 और पश्चिम बंगाल में पांच टीमों को तैनात कर रहा है। एनडीआरएफ की एक टीम में करीब 45 कर्मी होते हैं।
4. मंत्रिमंडल सचिव पीके सिन्हा की अध्यक्षता में एनसीएमसी की पहली बैठक के फैसले के आधार पर गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि केंद्र सरकार ने तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल को एहतियातन और राहत कार्यों में मदद के लिए पहले ही 1,086 करोड़ रुपये की वित्तीय राशि जारी कर दी है।
5. आईएमडी ने मछुआरों को बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर के गहरे समुद्री क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी है। साथ ही राज्यों ने मछुआरों को समुद्र में ना उतरने का परामर्श जारी किया है।
6. भारतीय मौसम विभाग सभी संबंधित राज्यों की ताजा भविष्यवाणियों के साथ तीन घंटे के बुलेटिन जारी कर रहा है। गृह मंत्रालय निरंतर राज्य सरकारों और संबंधित केंद्रीय एजेंसियों के संपर्क में है।
7. राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों की तैयारी की समीक्षा करते हुए मंत्रिमंडल सचिव ने निर्देश दिए हैं कि जान के किसी भी नुकसान से बचने के लिए भोजन, पेयजल तथा दवाइयों समेत आवश्यक सामान की आपूर्ति के वास्ते तैयार रहने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाए। उन्होंने आवश्यक सेवाएं जैसे कि बिजली, दूरसंचार बनाए रखने के लिए पर्याप्त तैयारी करने की भी सलाह दी है।
8. मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि फानी चक्रवात से ओडिशा के गंजम, गजपति, खोरधा, पुरी और जगतसिंहपुर जिले, पश्चिम बंगाल के पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण और उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली और कोलकाता जिलों, आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम और विजयनगरम जिले प्रभावित हो सकते हैं। इन जिलों में बिजली खंभों के उखड़ने, पेड़ गिरने, कच्चे घरों के गिरने की संभावना जताई गई है। तूफान के दौरान ट्रेन सेवा को बंद रखने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी गई है।
9. विभाग के अनुसार, इसके अगले 24 घंटे में अत्यधिक प्रचंड चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है और एक मई को शाम तक यह उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेगा और उसके बाद फिर उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर मुड़ेगा तथा तीन मई की दोपहर तक ओडिशा तट पर पहुंचेगा।
10. तमिलनाडु, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिवों तथा प्रधान सचिवों ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए एनसीएमसी बैठक में भाग लिया. गृह, जहाजरानी, मत्स्यपालन, बिजली, दूरसंचार, रक्षा मंत्रालयों, भारतीय मौसम विभाग और एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए. एनसीएमसी स्थिति का जायजा लेने के लिए बुधवार को फिर से बैठक करेगी।