देवयानी के मामले में भारत को चिढ़ा रहा है अमेरिका
देवयानी खोबरागडे मामले में अमेरिका बार-बार भारत को चिढ़ा रहा है। विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने भारतीय महिला राजनयिक के खिलाफ मामला फिर से खुलने को चिढ़ाने और कष्ट देने वाला कदम बताया है। उन्होंने अमेरिका से इस मामले पर तत्काल विराम लगाने के लिए कोई राजनीतिक समाधान निकालने की अपील की है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। देवयानी खोबरागडे मामले में अमेरिका बार-बार भारत को चिढ़ा रहा है। विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने भारतीय महिला राजनयिक के खिलाफ मामला फिर से खुलने को चिढ़ाने और कष्ट देने वाला कदम बताया है। उन्होंने अमेरिका से इस मामले पर तत्काल विराम लगाने के लिए कोई राजनीतिक समाधान निकालने की अपील की है। खुर्शीद ने कहा कि अदालत द्वारा अभियोग को खारिज करने से मामले को पीछे छोड़ने का मौका मिला था, तो ऐसा क्यों नहीं किया जा रहा है।
खुर्शीद ने कहा, 'जब भी इस तरह का कुछ घटित होता है तो हम चिंता किए बिना नहीं रह सकते। हमें अपने संबंधों को बनाए रखने और मजबूत करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता के समय व्यवहारिक जटिलताओं को संतुलित करना होगा।' अमेरिकी अदालत ने देवयानी पर लगे वीजा फर्जीवाड़े, नौकरानी को कम वेतन देने और उसका शोषण करने के आरोप खारिज कर दिए हैं। इस पर अमेरिका ने दोबारा इस मामले में अभियोग चलाने का फैसला किया है। मुद्दे पर अमेरिकी समकक्ष जॉन केरी के साथ बैठक का हवाला देते हुए खुर्शीद ने कहा, 'हम पहले ही सहमत हो चुके हैं कि दोनों पक्ष छूट और विशेषाधिकार के मुद्दे को देखने के लिए बैठक करेंगे, ताकि भविष्य में कोई दिक्कत न हो। जब आप यह चाहते हैं कि भविष्य में कोई दिक्कत न हो तो बेहतर यही होगा कि जो हुआ है, उसे पीछे छोड़ दिया जाए।'
भारत इस बात को मानता है कि अमेरिका की कार्रवाई में कोई न्याय संगत आधार नहीं है। शनिवार विदेश मंत्रालय ने दूसरे अभियोग के गैरजरूरी कदम पर निराशा जताते हुए जोर दिया था कि फैसले का कोई भी परिणाम भारत-अमेरिकी रणनीतिक साझेदारी के प्रयासों को प्रभावित करेगा। गौरतलब है कि 1999 बैच की विदेश सेवा अधिकारी देवयानी खोबरागडे को 12 दिसंबर को न्यूयॉर्क में गिरफ्तार किया गया था और निर्वस्त्र कर तलाशी ली गई थी। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव पैदा हो गया था। भारत ने प्रतिक्रिया में अमेरिकी राजनयिकों के विशेषाधिकार कम करने के साथ कई कदम उठाए थे। देवयानी अब भारत वापस लौट चुकी हैं।