UN वेबिनार में केरल की स्वास्थ्य मंत्री शामिल, पेश किया कोविड-19 से निपटने का राज्य का मॉडल
महामारी को लेकर संयुक्त राष्ट्र की ओर से आयोजित पैनल चर्चा में केरल की स्वास्थ्य मंत्री शामिल हुई और इससे निपटने के लिए अपनाए गए राज्य का मॉडल पेश किया।
तिरुअनंतपुरम, प्रेट्र। केरल की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा (K K Shailaja) को संयुक्त राष्ट्र के वर्ल्ड पब्लिक सर्विस डे पर पैनल चर्चा में हिस्सा लेने का अवसर मिला जिसमें उन्होंने कोविड-19 से लड़ने के लिए तैयार किए गए केरल मॉडल को पेश किया। यह मौका मिलना केरल के लिए काफी गर्व की बात है। भारत की ओर से एकमात्र शैलजा को ही यह अवसर प्राप्त हुआ। इस पैनल की चर्चा का टाइटल 'ऑन द फ्रंटलाइन: पब्लिक सर्वेंट व कोविड-19 महामारी (On the Frontline: Public Servants and the COVID-19 pandemic)' है।
मंगलवार को आयोजित किए गए इस पैनल चर्चा में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (UN Secretary General Antonio Guterres) व जनरल असेंबली के अध्यक्ष तिजानी मुहम्मद-बंदे (Tijjani Muhammad-Bande) , इथियोपिया के राष्ट्रपति विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर जनरल डॉ. टेड्रोस अधनम घेब्रेयसस, समेत अन्य शीर्ष अधिकारी शामिल थे।
वेबिनार (Webinar) के दौरान मंत्री ने कहा, 'संयुक्त राष्ट्र के 'वन वर्ल्ड वन हेल्थ (One World One Health) ' की आइडिया को राज्य में लागू किया।' एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्री ने वेबिनार में कहा, 'समाज के कमजोर और वंचित वर्ग पर नियामक उपायों से कोई प्रभाव न हो, इसे सुनिश्चित करते हुए सामाजिक सुरक्षा को मजबूत बनाया गया।' उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 2018 में निपाह वायरस के प्रकोप के दौरान राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने जो अनुभव हासिल किया था, उसने कोविड-19 महामारी से निपटने में मदद की।
स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा, ' कोविड-19 महामारी सबसे पहले चीन के वुहान शहर में सामने आई, लेकिन केरल ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देशों के अनुसार महामारी से निपटने की तैयारियां शुरू कर दीं।' उन्होंने कहा कि पूरे सरकारी तंत्र और निगरानी नेटवर्क को सक्रिय कर दिया गया तथा अंतरराष्ट्रीय दिशानिर्देशों के अनुरूप स्क्रीनिंग, रोग निदान और सार्वजनिक स्वास्थ्य हस्तक्षेप के लिए मानक परिचालन प्रक्रियाओं को लागू किया गया।