दुष्कर्म पीड़िता नन के परिजनों ने केरल सरकार पर लगाया गंभीर आरोप
नन के भाई ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि केरल सरकार चर्च और अधिकारियों के बीच सामंजस्य को तोड़ना नहीं चाहती क्योंकि चुनाव नजदीक है।
अमृतसर/जालंधर (एएनआइ)। केरल निवासी नन के भाई ने गुरुवार को राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि चुनावों के मद्देनजर सरकार बिशप के खिलाफ कोई कदम नहीं उठा रही है। बता दें कि नन के भाई ने जालंधर के बिशप फ्रैंको मुलक्का पर 2014 से 2016 के बीच नन के साथ कई बार दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है।
एएनआइ से बात करते हुए नन के भाई ने दावा किया कि केरल पुलिस ने अब तक कुछ नहीं किया है। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ प्रभावशाली नेता बिशप को समर्थन दे रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘केरल सरकार चर्च और अधिकारियों के बीच सामंजस्य को तोड़ना नहीं चाहती क्योंकि चुनाव नजदीक है। 78 दिनों में पुलिस ने भी कुछ नहीं किया है। प्रभावशाली नेता की ओर से भी समर्थन दिया जा रहा है।’
इस बीच जालंधर पुलिस कमिश्नर प्रवीण कुमार सिन्हा ने कहा कि केरल पुलिस मामले को पहले से ही देख रही है और जरूरत पड़ने पर वह मदद करेगी। सुप्रीम कोर्ट के अनुसार, एक ही समय में एक मामले पर दो विभिन्न जगह सुनवाई नहीं की जा सकती। ननों की ओर से केरल में शिकायत दर्ज कराने को तरजीह दी गई है। केरल पुलिस को जो भी जरूरत होगी हम मदद मुहैया कराएंगे।
मामले पर बिशप के वकील ने कहा कि उनके क्लाइंट को फंसाया गया है। मनदीप सिंह ने कहा, ‘हमें अब तक कोई समन नहीं मिला है, जब हमें यह मिलेगा तब देखेंगे कि क्या करना है। बिशप को फंसाया जा रहा है। कल को अगर यह साबित हो गया कि बिशप निर्दोष हैं तो उनके चरित्र पर लगे दाग के लिए कौन जिम्मेवार होगा।’
इससे पहले नन की वकील संध्या राजू ने हाई कोर्ट को कहा कि आरोपी की ओर से नन के परिवार को धमकाया गया और मामले को वापस लेने के लिए पैसे का ऑफर दिया गया। जालंधर के बिशप ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि चर्च विरोधी तत्वों द्वारा उनपर यह झूठा मामला लगाया गया है।