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Kerala Gold Smuggling Case: केटी जलील के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस का NIA दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन

केटी जलील के इस्तीफे की मांग बढ़ता जी रही है। अब एनआइए दफ्तर के बाहर कांग्रेस कार्यकर्तओं ने विरोध प्रदर्शन किया।

By Pooja SinghEdited By: Published: Thu, 17 Sep 2020 08:56 AM (IST)Updated: Thu, 17 Sep 2020 01:26 PM (IST)
Kerala Gold Smuggling Case: केटी जलील के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस का NIA दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन
Kerala Gold Smuggling Case: केटी जलील के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस का NIA दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन

कोच्चि, एएनआइ। केरल सोना तस्करी मामले में मंत्री मंत्री केटी जलील राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के कार्यालय पहुंच गए हैं। एनआइए की टीम मामले में उनसे पूछताछ करेगी। उधर केटी जलील के इस्तीफे की मांग बढ़ता जी रही है। अब एनआइए दफ्तर के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस को इस दौरान पुलिस ने कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। बता दें कि इससे पहले भी लगातार इस मामले में मंत्री के इस्तीफे की मांग हो रही थी।

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कुछ दिन पहले राज्य मंत्री के.टी. जलील (K. T. Jaleel) के इस्तीफे की मांग को लेकर वालनचेरी (Valanchery) में उनके घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad- ABVP) के सदस्यों पर पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया था। ये लोग केरल के गोल्ड स्मगलिंग केस (Kerala Gold Smuggling Case में जलील की कथित संलिप्तता को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे और मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया था।

युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं का तिरुवनंतपुरम में विरोध प्रदर्शन 

इससे पहले इस मामले को लेकर भाजपा युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने तिरुवनंतपुरम में विरोध प्रदर्शन किया था। इसके बाद पुलिस ने भीड़ को समझाया, लेकिन प्रदर्शनकारी मानने को तैयार नहीं थे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। बता दें कि सोना तस्करी मामले में केरल के मंत्री केटी जलील से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दो घंटे तक पूछताछ की थी।

ईडी के सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में अब तक 1.84 करोड़ की चल एवं अचल संपत्ति जब्त की जा चुकी है। बता दें कि सोने तस्करी मामले को लेकर राज्य की राजनीति में उथल-पुथल मची हुई है। मुख्यमंत्री पिनरई विजयन (Pinarayi Vijayan) के प्रिंसिपल सेक्रेटरी आइएएस अधिकारी एम. शिवशंकर (M. Shivashankar) का मामले में नाम आने के बाद मुख्यमंत्री को उन्हें पद से हटाने के लिए मजबूर होना पड़ा। वहीं, गृह मंत्रालय ने एयरपोर्ट पर मामले की जांच एनआइए को सौंप दी है। 

क्या है पूरा मामला

गौरतलब है कि 5 जुलाई को तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कस्टम विभाग के अधिकारियों ने गुप्त सूचना के आधार पर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से आया एक डिप्लोमेटिक (राजनयिक) सामान पकड़ा था। विदेश मंत्रालय से अनुमति लेने के बाद यूएई वाणिज्य दूतावास के अफसरों की मौजूदगी में जब उसे खोला गया तो उसमें घरेलू इस्तेमाल की कई चीजों में भरा हुआ 30 किलो सोना मिला।


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