केरल बाढ़ : अयप्पा मंदिर में नहीं मनाया जाएगा ओणम, UAE ने भेजी 175 टन राहत सामग्री
यूएई ने केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए 175 टन राहत सामग्री की मदद की है। वहीं अयप्पा मंदिर में इस साल ओणम का त्योहार नहीं मनाया जाएगा।
नई दिल्ली (एएनआइ)। केरल के अनाचल में स्थित श्री अयप्पा मंदिर में इस साल ओणम का त्योहार नहीं मनाया जाएगा। मंदिर के सचिव सुकुमारन नायर ने कहा कि इस वर्ष कोई उत्सव नहीं मनाया जाएगा और न ही मंदिर को सजाया गया है। लोग बाढ़ के कारण परेशान हैं, जिसे देखते हुए यह फैसला लिया गया है। वहीं केरल के बाढ़ पीड़ितों के लिए दुनियाभर से मदद मिल रही है। अब यूएई मदद के लिए आगे आया है। यूएई ने 175 टन राहत सामग्री की मदद की है। इस राहत सामग्री में जीवन रक्षा नौकाएं, कंबल और सूखे खाद्य पदार्थ शामिल हैं। इन्हें एक दर्जन से अधिक विमानों की सहायता से तिरुवनंतपुरम लाया जा रहा है।
ओणम के मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केरल बाढ़ पर दुख जताते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, 'केरल के लोगों के लिए यह एक कठिन समय है। राज्य में राहत शिविरों और घरों में, लोग अपने प्रियजनों के लिए दुखी हैं। इस ओणम पर हम अपने मतभेदों को दूर करने, एक साथ एकजुट होने और केरल के निर्माण के कार्य पर ध्यान केंद्रित करने का वचन लेते हैं।
गौरतलब है कि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इस सप्ताह के शुरू में कहा था कि यूएई ने केरल को 700 करोड़ की सहायता देने का फैसला लिया है। हालांकि यूएई ने केरल को बाढ़ राहत राशि ऑफर देने के दावे को खारिज कर दिया था। यूएई का कहना था कि राशि और मदद के तरीके पर कुछ तय नहीं हो सका है। इसके बारे में हमने आधिकारिक रूप से न ही कुछ कहा है और भारत सरकार को कोई पेशकश भी नहीं की है।
417 की हो चुकी है मौत, 36 लापता
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बताया की राज्य में भारी बारिश और बाढ़ से 417 लोगों की जान जा चुकी है और अभी तक 36 लोग लापता हैं। उन्होंने बताया कि आठ अगस्त से शुरू हुई दूसरे दौर की बारिश से 265 लोगों की मौत हुई। अन्य मौतें इससे पहले 29 मई के बाद हुई हैं। 2787 राहत शिविरों में कुल 8.69 लाख लोग शरण लिए हुए हैं। करीब 7000 घर ध्वस्त हो गए हैं और 50,000 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। मुख्यमंत्री ने बाढ़ से प्रभावित लोगों से उन्हें हुई क्षति का ब्योरा सरकार को सौंपने के लिए कहा है।