केरल कांग्रेस ने यूडीएफ से 34 साल पुराना नाता तोड़ा
मतभेद के चलते केरल कांग्रेस (मणि) ने गठबंधन से अलग होने का फैसला किया है। पार्टी पिछले 34 साल से गठबंधन में थी।
तिरुअनंतपुरम, आइएएनएस : केरल में सत्ता से बाहर हुआ कांग्रेस नेतृत्व वाला यूडीएफ रविवार को टूट गया। विधानसभा चुनाव के दौरान पैदा मतभेदों के चलते केरल कांग्रेस (मणि) ने गठबंधन से अलग होने का फैसला किया। पार्टी 34 साल से गठबंधन के साथ थी।
केरल कांग्रेस प्रमुख व प्रदेश के पूर्व राजस्व मंत्री केएम मणि ने कहा, हम किसी को बुरा-भला कहे बगैर गठबंधन छोड़ रहे हैं। उन्होंने साफ किया कि उनकी पार्टी सत्तारूढ़ एलडीएफ या भाजपा से समझौता करने नहीं जा रही है। पार्टी के छह सदस्य राज्य विधानसभा में विपक्ष के लिए नियत स्थान पर बैठेंगे। इसी प्रकार से लोकसभा में उसके दो सदस्य अलग सीटों पर बैठेंगे।
ये भी पढ़ें- साक्षी महाराज का शीला पर तंज, कहा- दिल्ली का रिजेक्ट माल यूपी में चलेगा क्या
पार्टी सिद्धांतों और मुद्दों के आधार पर सरकारों को समर्थन देगी। मणि ने कहा कि उनकी पार्टी केरल के स्थानीय निकायों में कामकाज को लेकर भी कोई संकट पैदा नहीं करेगी। केरल कांग्रेस ने दो दिन चले विचार-विमर्श के बाद यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) से बाहर आने का फैसला किया है।
पार्टी इस गठबंधन से सन 1982 से जुड़ी हुई थी। मणि 1967 से राज्य विधानसभा के लिए चुने जा रहे हैं और वह 13 बार मंत्री के तौर पर केरल का बजट पेश कर चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता ओमन चांडी ने मणि के फैसले को पीड़ादायी बताया है। कहा कि उन्होंने यूडीएफ की बैठक में कभी भी अपनी समस्या को नहीं रखा। वह कोई बात कहते तो सुनी जाती।