सीएम पद छोड़ने का फैसला गलत था: केजरीवाल
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मान लिया है कि उनके द्वारा जोश में इस्तीफा देने का फैसला गलत था। एक अखबार में छपी खबर के अनुसार उन्हें सैद्धांतिक तौर पर इस्तीफा देने के फैसले पर कोई खेद नहीं है। वे मानते हैं कि यह फैसला उसी रात नहीं करना चाहिए था जब बीजेपी और कांग्रेस ने जनलोकपाल बिल का रास्ता रोका था।
नई दिल्ली/अमृतसर। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मान लिया है कि उनके द्वारा जोश में इस्तीफा देने का फैसला गलत था। एक अखबार में छपी खबर के अनुसार उन्हें सैद्धांतिक तौर पर इस्तीफा देने के फैसले पर कोई खेद नहीं है। वे मानते हैं कि यह फैसला उसी रात नहीं करना चाहिए था जब बीजेपी और कांग्रेस ने जनलोकपाल बिल का रास्ता रोका था।
केजरीवाल ने कहा कि सरकार गिराने के लिए बीजेपी और कांग्रेस एक हो गए थे। मुझे लगता है कि हमें अपने फैसले के पीछे कारण बताने के लिए जनसभाएं करने के लिए कुछ और दिन लेने चाहिए थे और उसके बाद सरकार छोड़ी जा सकती थी।
भाजपा तो राम को भी भगोड़ा बता देती
49 दिन में दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने पर भगोड़ा कहे जाने को लेकर केजरीवाल ने भाजपा पर हमला करने के लिए भगवान राम का सहारा लिया है। शुक्रवार को केजरी ने अमृतसर में कहा, 'भगवान राम 14 साल के वनवास पर गए थे। हम सब कहते हैं कि उन्होंने बड़ा त्याग किया, राजपाठ छोड़ दिया। राम सौभाग्यशाली थे जो उस समय भाजपा के लोग पैदा नहीं हुए थे। अगर ये लोग उस समय होते तो कहते राम भाग गए। वे भगोड़ा हैं।' केजरी ने आगे कहा, मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए जिगर चाहिए। मालूम हो कि इस साल फरवरी में दिल्ली विधानसभा में जनलोकपाल बिल पास कराने को लेकर केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
भाजपा ने भी लताड़ा
केजरीवाल के इस बयान को लेकर भाजपा ने भी तीखा हमला बोला है। भाजपा प्रवक्ता निर्मला सिद्धरमन ने कहा,'उन्होंने जनता को ऐसे वादे कर के धोखा दिया जो वे जानते थे कि उन्हें पूरा नहीं कर पाएंगे। खुद की बड़ाई करने या ढकने के लिए 'मैं ऐसा कर तो देता, मैं अपने इरादे में ईमानदार था।'
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, इस तरह के उदाहरण देने से कोई फायदा नहीं होने वाला। वे भगोड़े हैं, अच्छी तरह जानते हैं कि सिस्टम में रहकर उसे साफ करना और सिस्टम में रहकर काम करना एक चुनौती है जिसका वे सामना नहीं करना चाहते।