Kaun Banega Crorepati: केबीसी में जीते 50 लाख तो बहन को जीजा करने लगा प्रताड़ित
36 वर्षीय महिला ऐशबाग इलाके की है। मार्च 2016 में उसका निकाह निशातपुरा में रहने वाले सैयद नासिर हुसैन से हुआ था। दोनों का चार साल का बेटा है। महिला की बहन ने कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) में 50 लाख रुपये जीते।
भोपाल, राज्य ब्यूरो। एक विवाहिता की बहन ने कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) में 50 लाख रुपये की रकम जीती। इससे बहनोई के मन में लालच आया और वह पत्नी को प्रताड़ित कर 50 लाख रुपये दहेज में लाने के लिए दबाव बनाने लगा। पीड़िता की शिकायत पर महिला थाना पुलिस ने दहेज एक्ट समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने दर्ज किया मामला
पुलिस के मुताबिक 36 वर्षीय महिला ऐशबाग इलाके की है। मार्च 2016 में उसका निकाह निशातपुरा में रहने वाले सैयद नासिर हुसैन से हुआ था। दोनों का चार साल का बेटा है। महिला की बहन ने कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) में 50 लाख रुपये जीते। बहन से उक्त राशि लाने के लिए महिला का पति सैयद नासिर हुसैन, सास रफत हुसैन, ससुर शाहिद हुसैन उस पर दबाव बनाने लगे। मायके पक्ष के लोगों ने जब मांग पूरी नहीं की तो महिला को प्रताड़ित किया जाने लगा। पीड़िता ने इसकी शिकायत महिला थाने में की। पुलिस ने तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
ग्वालियर की किरण बाजपेयी ने केबीसी में जीते 50 लाख, गांव में स्कूल खोलने का है सपना
उधर, ग्वालियर की 58 वर्षीय किरण बाजपेयी ने कौन बनेगा करोड़पति-12 में 50 लाख रुपये जीते। किरण पेशे से ज्योतिष और वास्तु शास्त्र सलाहकार हैं। वह शो के प्रस्तोता हिंदी सिनेमा के महानायक अमिताभ बधान को अपना भाई मानती हैं। इतना ही नहीं, रक्षाबंधन के त्योहार पर हर साल वह अमिताभ बधान को राखी भी भेजती हैं। अमिताभ भी उन्हें इसके जवाब में पत्र भेजते हैं।
किरण कैसर पीड़ित रह चुकी हैं। कैंसर के उपचार के लिए उन्हें अपनी प्रिय कार भी बेचनी पड़ी थी। वह अपनी जिंदगी में अपने सपनों को बहुत अहमियत देती हैं। शो में किरण ने अपनी चारों लाइफलाइन का प्रयोग करते हुए 50 लाख रुपये की इनामी राशि जीती। उसके बाद एक करोड़ रुपये के 15वें सवाल पर संशय होने से उन्होंने खेल वहीं पर छोड़ना उचित समझा। हालांकि बाद में उन्होंने एक करोड़ के सवाल का जो उत्तर दिया, वह भी सही निकला।
इस शो में जीते हुए पैसों से वह अपनी उस प्रिय कार को वापस खरीदना चाहती हैं, जो उन्होंने अपने कैंसर के इलाज के लिए बेच दी थी। इसके अलावा वह ग्वालियर के टंकोली और जरगा गांव में स्कूल भी खोलना चाहती हैं। किरण के मुताबिक, उन्हें उनकी जिंदगी के हर मुकाम पर उनके पति का हमेशा सहयोग मिला है।