शार्ली अब्दो के खिलाफ कश्मीर बंद, हिंसा
पैगंबर मुहम्मद साहब का कार्टून छापने वाली फ्रांस की साप्ताहिक पत्रिका शार्ली अब्दो के खिलाफ शुक्रवार को कश्मीर घाटी बंद रही। कई स्थानों पर पुलिस-प्रदर्शनकारियों के बीच हुई ¨हसक झड़पों में पांच लोग जख्मी हो गए।
श्रीनगर, जागरण ब्यूरो। पैगंबर मुहम्मद साहब का कार्टून छापने वाली फ्रांस की साप्ताहिक पत्रिका शार्ली अब्दो के खिलाफ शुक्रवार को कश्मीर घाटी बंद रही। कई स्थानों पर पुलिस-प्रदर्शनकारियों के बीच हुई ¨हसक झड़पों में पांच लोग जख्मी हो गए।
प्रदर्शनकारियों ने शार्ली अब्दो के कार्टूनिस्ट के पुतले भी जलाए। पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए आंसू गैस का सहारा लिया। इस बीच जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के चेयरमैन मुहम्मद यासीन मलिक के अलावा कट्टरपंथी गिलानी, शब्बीर अहमद शाह, नईम अहमद खान, हिलाल वार समेत कई वरिष्ठ अलगाववादियों को पुलिस ने उनके घरों में नजरबंद रखा।
गौरतलब है कि शार्ली अब्दो के खिलाफ बंद का एलान मुत्तहिदा उलेमा-ए-सुन्नत नामक संगठन ने किया था। जेकेएलएफ समेत सभी अलगाववादी संगठनों ने इसका समर्थन किया था। सरकारी कर्मचारियों के संगठन इंप्लाइज ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने भी लोगों से बंद को कामयाब बनाए जाने की अपील की थी।
बंद का असर सुबह से ही नजर आने लगा था। सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। अधिकांश वाहन भी सड़कों से गायब रहे। सभी स्कूल, कॉलेज, बैंक बंद रहे। सरकारी कार्यालय खुले थे, लेकिन कर्मचारियों की उपस्थिति नाममात्र रही। प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर रखे थे।
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