हिंदुत्व वाले बयानों पर मौन क्यों हैं मोदीः करुणानिधि
विहिप, आएसएस, शिवसेना और भाजपा नेताओं के हिंदुत्व को लेकर दिए जा रहे बयानों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर द्रमुक सुप्रीमो एम करुणानिधि ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ¨हदुत्व पर अपने नेताओं के हालिया बयानों पर मोदी का मौन रहना हैरान और दुख देने वाला है।
चेन्नई। विहिप, आएसएस, शिवसेना और भाजपा नेताओं के हिंदुत्व को लेकर दिए जा रहे बयानों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर द्रमुक सुप्रीमो एम करुणानिधि ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ¨हदुत्व पर अपने नेताओं के हालिया बयानों पर मोदी का मौन रहना हैरान और दुख देने वाला है।
तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ने शनिवार को कहा, 'प्रधानमंत्री से अपने नेताओं के ऐसे बयानों पर सफाई और खंडन करने की उम्मीद की जाती है, लेकिन उन्होंने मौन व्रत धारण कर रखा है, जो देश के लिए खतरनाक है। लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, शांति, समानता और समावेशी विकास जैसे प्रगतिशील विचारों में विश्वास रखने वालों के लिए धार्मिक कट्टरता फैलाने वाले बयान हैरान करने वाले और दुखद हैं।' करुणानिधि ने विहिप नेता प्रवीण तोगडि़या के हालिया बयान की याद दिलाई, जिसमें उन्होंने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने और समान नागरिक संहिता की मांग की थी।
द्रमुक सुप्रीमो ने कहा कि मोदी के कुछ मंत्रियों और दूसरे नेताओं की ओर से धार्मिक वैमनस्यता बढ़ाने वाले बयान पहली बार नहीं आए हैं। बल्कि केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद से भारत में सभी हिंदू, गोडसे देशभक्त था के अलावा केंद्रीय विद्यालयों में संस्कृत की पढ़ाई जैसे बयानों की बाढ़ सी आ गई है।