Move to Jagran APP

मनी लांड्रिंग केस में ईडी ने कार्ति चिदंबरम से की 11 घंटे पूछताछ

आइएनएक्स मीडिया मनी लांड्रिंग मामले में जांच एजेंसी ने पूर्व वित्त मंत्री के पुत्र को तलब किया था।

By Manish NegiEdited By: Published: Fri, 19 Jan 2018 12:37 AM (IST)Updated: Fri, 19 Jan 2018 01:47 AM (IST)
मनी लांड्रिंग केस में ईडी ने कार्ति चिदंबरम से की 11 घंटे पूछताछ
मनी लांड्रिंग केस में ईडी ने कार्ति चिदंबरम से की 11 घंटे पूछताछ

नई दिल्ली, प्रेट्र। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम से गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने करीब 11 घंटे पूछताछ की। आइएनएक्स मीडिया मनी लांड्रिंग मामले में जांच एजेंसी ने पूर्व वित्त मंत्री के पुत्र को तलब किया था। इस मामले में ईडी ने कार्ति सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ पिछले वर्ष मई में मुकदमा दर्ज किया।

loksabha election banner

इससे पूर्व ईडी ने 11 व 16 जनवरी को कार्ति को तलब किया था, लेकिन उन्होंने अपने वकीलों को भेजा दिया था। इसके बाद कार्ति को खुद हाजिर होने के लिए कहा गया। आइएनएक्स मीडिया से अवैध धन लेने के मामले में ईडी अधिकारी सीधे कार्ति से पूछताछ करना चाहते थे। पिछले शनिवार को निदेशालय के अधिकारियों ने एयरसेल-मैक्सिस मनी लांड्रिंग मामले में कार्ति के दिल्ली व चेन्नई स्थित ठिकानों पर छापेमारी की।

पिछले साल मई में ईडी ने कार्ति, आइएनएक्स मीडिया, उसके निदेशकों पीटर मुखर्जी एवं इंद्राणी मुखर्जी के खिलाफ एंफोर्समेंट केस इंफार्मेशन रिपोर्ट (ईसीआइआर) दर्ज किया था। ईसीआइआर पुलिस की एफआइआर जैसी होती है। ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत यह ईसीआइआर दर्ज की थी। ईडी ने ही आइएनएक्स मीडिया द्वारा कार्ति से संबंधित कंपनी एडवांटेज स्ट्रेटेजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड को अवैध धन देने के बारे में सीबीआइ को जानकारी दी थी।

इस सूचना के बाद सीबीआइ ने कार्ति व अन्य आरोपियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की थी। उसने कार्ति के ठिकानों पर छापे भी मारे थे। दस लाख रुपये भुगतान के वाउचर बरामद करने का दावा किया था। यह वाउचर कार्ति की कंपनी के नाम थे। सीबीआइ ने आरोप लगाया कि आइएनएक्स मीडिया ने टैक्स चोरी मामले की जांच में कार्ति की मदद के एवज में उक्त भुगतान किया था।

आइएनएक्स मीडिया के खिलाफ मारीशस से निवेश हासिल करने के लिए फॉरेन इंवेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (एफआइपीबी) की शर्तो के उल्लंघन के मामले में जांच चल रही थी। उसी को प्रभावित करने के लिए कार्ति से जुड़ी कंपनी को भुगतान किया गया। हालांकि पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने आरोपों से इन्कार करते हुए आरोप लगाया था कि सरकार उनके बेटे को निशाना बनाने के लिए सीबीआइ का इस्तेमाल कर रही है।

यह भी पढ़ें: चिदंबरम ने अपने घर ईडी के छापे को बताया मजाक, कहा- ईडी को अधिकार नहीं


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.