बेंगलुरु । सदन से लेकर सड़क तक जारी धरना प्रदर्शन के बावजूद कर्नाटक सरकार खनन माफिया के खिलाफ मुहिम छेड़ने वाले आइएएस अधिकारी डीके रवि की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत मामले की सीबीआइ जांच नहीं कराने पर अड़ी हुई है। उसका कहना है कि मामले की सीआइडी जांच ही पर्याप्त है। केंद्रीय एजेंसी से जांच की कोई जरूरत नहीं है। इस मसले पर राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के बाद गृह मंत्री केजे जार्ज ने दो टूक कहा, 'सीबीआइ जांच की सिफारिश नहीं करेंगे।'
खुदकुशी वाले तर्क से सहमत नहीं
जबकि सीबीआइ जांच की मांग को लेकर पूरे राज्य में सियासी बवाल मचा हुआ है। विधान सभा के अंदर विपक्षी विधायकों के लगातार तीसरे दिन धरना देने और हंगामा के चलते सदन की कार्यवाही को 23 मार्च यानी सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। गुरुवार को सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, तीन दिनों से लगातार धरने पर बैठे भाजपा और जदएस विधायकों ने सीबीआइ जांच की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए सदन के वेल में आकर हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष सरकार का यह तर्क मानने के लिए तैयार ही नहीं है कि प्रथम दृष्टया यह खुदकुशी का मामला है। भाजपा नेता जगदीश शेट्टार का कहना है, 'हम इससे सहमत नहीं है, सीबीआइ जांच से कम कुछ भी मंजूर नहीं है।' विपक्षी विधायकों के शोरशराबे को थमता न देख विधान सभा के अध्यक्ष कोगोडु थिमप्पा ने सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी।
डीके रवि के परिजन भी केंद्रीय एजेंसी से जांच चाह रहे हैं। उनका आरोप है, 'रवि पर राजनीतिक दबाव था। यह आत्महत्या नहीं मर्डर है। इसकी सीबीआइ जांच हो।' उधर राज्य के शिक्षा मंत्री आरवी देशपांडे ने भरोसा दिलाया कि मौत मामले की पारदर्शी तरीके से जांच कराई जाएगी। सीआइडी प्रभावी तरीके से जांच करने में सक्षम है। सदन स्थगित होने के बाद भाजपा और जद एस विधायकों ने विधान सभा परिसर से लेकर राजभवन तक मार्च किया। उन्होंने कर्नाटक के राज्यपाल वाजूभाई वाला को ज्ञापन सौंप सीबीआइ जांच करवाने की मांग की। राज्यपाल से इस मामले में दखल देने के लिए कहा। बाद में विपक्षी विधायक विधान सभा के निकट स्थित गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गए।
कई आइएएस ने भी पीएम को ऑनलाइन अर्जी भेजी
डीके रवि की मौत से राज्य की जनता ही आंदोलित नहीं है। इससे आइएएस अधिकारी भी खफा हैं। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को ऑनलाइन अर्जी भेजकर मामले की सीबीआइ जांच कराने का आग्रह किया है।
जगह-जगह आंदोलन
सीबीआइ जांच की मांग को लेकर राजधानी बेंगलुरु और टुमकुरु जिले में जगह-जगह पर धरना प्रदर्शन जारी रहे। टुमकुरु में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया। बंदी के चलते पूरे शहर में जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी बेंगलुरु के छात्रों ने भी जांच की मांग को लेकर जुलूस निकाला।
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