कर्नाटक: 21 साल की उम्र में टाइगर ने दुनिया को कहा अलविदा
व्रिकम नाम के टाइगर ने 21 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। कर्नाटक के पिलकुआ जैविक उद्यान में यह टाइगर रहता था। आपको जानकर हैरानी होगी की टाइगर की उम्र 18 से 21 वर्ष की होती है।
बेंगलुरु, एएनआइ। कर्नाटक में सोमवार सुबह विक्रम की मौत हो गई है। दरअसल, विक्रम एक 21 साल का टाइगर था। उम्र संबंधित बीमारी के चलते मौत हो गई। कर्नाटक के पिलकुआ जैविक उद्यान में यह टाइगर रहता था। जानकरी के लिए बता दें कि टाइगर की उम्र की 18-21 वर्ष तक के बीच होती है।
जयपुर में लॉयन की मौत
कुछ दिन पहले जयपुर के नाहरगढ़ जैविक उद्यान की लॉयन सफारी में एक शेर की रविवार को मौत हो थी। जयपुर चिड़ियाघर के उपवन संरक्षक (वन्यजीव) उपकार बोराना ने बताया कि चार साल के शेर 'कैलाश' की सुबह मौत हो गई है। उन्होंने बताया था कि शाम को भोजन के बाद शेर ने उल्टी की थी। पशु चिकित्सक ने उसका उपचार किया और रातभर देखभाल की, लेकिन रविवार सुबह उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि तीन पशु चिकित्सकों की एक मेडिकल बोर्ड ने शेर के शव का पोस्टमार्टम किया और बोर्ड की प्रारंभिक रिपोर्ट के
मुताबिक, शेर की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई। बोराना ने बताया कि शेर की मौत के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए उसके विभिन्न अंगों के नमूने लिए गए, जिन्हें जांच के लिए बरेली स्थित भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान भेजा गए हैं।
मध्य प्रदेश में टाइगर की मौतें
बता दें कि कुछ दिन पहले मध्य प्रदेश में बाघों की लगातार मौत और शिकवा-शिकायतों के चलते राज्य शासन ने पन्ना टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक केएस भदौरिया को हटा दिया गया था। उन्हें वन मुख्यालय में पदस्थ किया गया था। वहीं ग्वालियर के बाद बैतूल वन वृत्त की कमान भी अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक स्तर के अधिकारी को सौंप दी गई थी। शासन ने एपीसीसीएफ मोहनलाल मीना को पदेन सीसीएफ पदस्थ किया है। इस प्रस्ताव पर वित्त विभाग ने आपत्ति भी ली थी, पर ग्वालियर में बीएस अन्नागिरी के एपीसीसीएफ होते हुए सीसीएफ का पद संभालने का तर्क देकर विभाग को राजी कर लिया गया।