बम-बम भोले के जयकारों से गूंज रही पंचपुरी
पंचपुरी सतरंगी छटा बिखेर रही है। दिव्यता और भव्यता का संगम रोम-रोम को रोमांचित कर भक्ति रस से सराबोर कर रहा है। श्रद्धालुओं की आंखों में दर्शनों की चाह और भावों में भक्ति है। कांवड़ मेला चरम पर पहुंच चुका है। हर दिन कांवड़ियों की संख्या लाखों में बढ़ रही
हरिद्वार। पंचपुरी सतरंगी छटा बिखेर रही है। दिव्यता और भव्यता का संगम रोम-रोम को रोमांचित कर भक्ति रस से सराबोर कर रहा है। श्रद्धालुओं की आंखों में दर्शनों की चाह और भावों में भक्ति है। कांवड़ मेला चरम पर पहुंच चुका है। हर दिन कांवड़ियों की संख्या लाखों में बढ़ रही है। यात्रा के आठवें दिन शनिवार को धर्मनगरी आने वाले कांवड़ियों का आंकड़ा एक करोड़ को पार कर गया है। सुबह से हो रही बारिश के बावजूद कांवड़ियों के सैलाब में कोई कमी नहीं आई।
धर्मनगरी में आस्था का सैलाब उमड़ा हुआ है। ऐसा नजारा कि मानो समूची पंचपुरी ने शिवालय का ही रूप धारण कर लिया हो। कांवड़ियों के निराले अंदाज और मनमोहक कांवड़ की छटा देखती ही बन रही है। दूर-दूर तक कांवड़ियों का रैला उमड़ा हुआ है। समूची पंचपुरी में चारों ओर कांवड़ियों की ही चहलकदमी है। जुबां पर बम-बम भोले के जयकारे हैं तो पग पर बंधे घुंघरुओं की तान इस माहौल में नया रंग घोल रही है। गंगाद्वार का हृदय स्थल हरकी पैड़ी कांवड़ियों से भरा पड़ा है।
शहर से सटे क्षेत्र भी इसी रंग में रंगे हुए हैं। बहादराबाद, लक्सर, लालढांग तक कांवड़ियों का रैला डग भरता जा रहा है। कांवड़ पटरी पर तो चारों पहर कांवड़िये अपने पुनीत लक्ष्य की ओर डग भरते जा रहे हैं। कांवड़ मेले के पांच दिन ही शेष हैं और ऐसे में आने वाले दिनों में कांवड़ियों का अथाह सैलाब उमड़ने की संभावना है। इसके लिए प्रशासन ने पुख्ता तैयारियां की हैं।