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Kalpana Chawla की आखिरी उड़ान: करनाल की मोंटू, जो बनीं अंतरिक्ष पर जाने वाली पहली भारतीय महिला

kalpana chawla अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की पहली महिला कल्पना चावला (Kalpana Chawala) थीं। उन्होंने पहली बार 1997 में एक मिशन विशेषज्ञ और प्राथमिक रोबोटिक आर्म ऑपरेटर के रूप में स्पेस शटल कोलंबिया में उड़ान भरी थी।

By Nidhi AvinashEdited By: Nidhi AvinashPublished: Wed, 01 Feb 2023 04:16 PM (IST)Updated: Wed, 01 Feb 2023 04:16 PM (IST)
Kalpana Chawla की आखिरी उड़ान: करनाल की मोंटू, जो बनीं अंतरिक्ष पर जाने वाली पहली भारतीय महिला
Kalpana Chawla की आखिरी उड़ान बनीं थी अंतरिक्ष पर जाने वाली पहली भारतीय महिला

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। kalpana chawla: अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की पहली महिला कल्पना चावला (Kalpana Chawala) थीं। उन्होंने पहली बार 1997 में एक मिशन विशेषज्ञ और प्राथमिक रोबोटिक आर्म ऑपरेटर के रूप में स्पेस शटल कोलंबिया में उड़ान भरी थी।

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कल्पना चावला की दूसरी उड़ान STS-107 पर थी, जो 2003 में स्पेस शटल कोलंबिया की अंतिम उड़ान रही। वह सात चालक दल के सदस्यों में से एक थीं, जिनकी 1 फरवरी, 2003 को स्पेस शटल कोलंबिया दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी।

कल्पना चावला की पुण्यतिथि

आज यानी 1 फरवरी को कल्पना चावला की पुण्यतिथि है। आज भी उनकी प्रतिभा और कड़ी मेहनत देश के कई युवाओं को अंतरिक्ष उड़ान में करियर बनाने के लिए प्रेरित करता है। आइये जान लेते है घर की प्यारी मोंटू कैसे बनीं अंतरिक्ष की उड़ान भरने वाली भारतीय मूल की पहली महिला।

  • कल्पना, हरियाणा के करनाल में 17 मार्च, 1962 को माता-पिता बनारसी लाल चावला और संज्योति चावला के यहाँ जन्मीं।
  • कल्पना चावला चार बच्चों में सबसे छोटी थीं।
  • कल्पना ने अपनी स्कूली शिक्षा करनाल के टैगोर बाल निकेतन सीनियर सेकेंडरी स्कूल से पूरी की।
  • कल्पना ने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की।
  • 1982 में अमेरिका चली गईं और 1984 में अर्लिंगटन में टेक्सास विश्वविद्यालय से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री हासिल की।
  • एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में पीएचडी करने के बाद 1988 में नासा एम्स रिसर्च सेंटर में काम करना शुरू किया।

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कल्पना का पहला अंतरिक्ष मिशन

  • कल्पना का पहला अंतरिक्ष मिशन 19 नवंबर, 1997 को छह-अंतरिक्ष यात्री चालक दल के हिस्से के रूप में शुरू हुआ।
  • कोलंबिया स्पेस शटल (STS-87) के जरिए कल्पना चावला का पहला अंतरिक्ष मिशन शुरू हुआ।
  • कल्पना अतंरिक्ष में जाने वाली पहली पहली भारतीय महिला बन गई थीं।
  • कल्पना की पहली अतंरिक्ष यात्रा में उन्होंने स्पेस में 376 घंटे से अधिक बिताए थे।
  • 16 जनवरी, 2003 को कल्पना को दूसरी बार अतंरिक्ष में जाने के लिए चुना गया।
  • कल्पना ने कोलंबिया फ्लाइट STS 107 से दूसरी बार उड़ान भरी।

कल्पना की आखिरी उड़ान

  • 16 जनवरी, 2003 को कल्पना ने कोलंबिया फ्लाइट STS 107 से दूसरी बार उड़ान भरी।
  • 1 फरवरी 2003 को कल्पना का अंतरिक्ष यान पृथ्वी पर लौटते वक्त दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
  • इस दुर्घटना में मिशन में शामिल सातों लोगों की मौत हो गई, जिसमें कल्पना चावला भी शामिल थीं।

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