ज्योतिरादित्य सिंधिया ने VIP कल्चर खत्म होने के फैसले का किया स्वागत
कॉंग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वाहनों से लाल बत्ती हटाने के केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत किया।
नई दिल्ली (पीटीआई )। कॉंग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत किया जिसमें ये कहा गया है कि सभी सरकारी कर्मचारियों और नेताओं को अपने सरकारी वाहनों से लाल बत्ती हटा लेना चाहिए। सिंधिया ने कहा कि ये देशहित में एक अच्छा निर्णय है और मैं इसका स्वागत करता हूं। "वास्तव में मैं जब केंद्र में मंत्री था तो मैंने कभी भी अपनी गाड़ी में लाल बत्ती का इस्तेमाल नहीं किया और मैं शुरू से इसके सख्त खिलाफ हूं।" उन्होंने आगे कहा कि "मैं इस बात पर विश्वास करता हूं कि एक पब्लिक सर्वेंट होने के नाते हमारी जगह जनता के करीब उनके दिल में होनी चाहिए लेकिन वाआईपी परंपरा ने जनता और नेता के बीच की दूरी को और भी बढ़ा दिया था। इसलिए इसे नेताओं को इससे दूर ही रहना चाहिए।"
मालूम हो कि कंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को ही इस फैसले पर मुहर लगा दी थी कि 1 मई से सरकारी कर्मचारियों और अफसरों के गाड़ियों से जल्द से जल्द लाल बत्ती हटा लिए जाने चाहिए। जिसके बाद से ही कई राज्यों में इसके तत्काल असर देखने को मिल रहे हैं। इमरजेंसी व्हीकल जैसे एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड वाहनों पर ये नियम लागू नहीं किया गया है। केंद्र के मुताबिक अब तक लाल बत्ती गाड़ियों को वीआईपी कल्चर की पहचान के रुप में देखा जाता रहा है। जिसकी देश में कोई जगह नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार सिर्फ नेता ही नहीं देश का सभी नागरिक अपनेआप में वीआईपी है। विधानसभा चुनाव के बाद ईवीएम मशीनों पर उठे सवालों के बारे में पूछे जाने पर सिंधिया ने कहा कि "हमने यह सुनिश्चित करने के लिए इस मुद्दे को उठाया कि किसी भी प्रश्न चिह्न का कोई दायरा एक लोकतांत्रिक चुनाव प्रक्रिया में नहीं रहे। मैं अन्य राज्यों पर टिप्पणी नहीं कर सकता लेकिन जहां तक मध्य प्रदेश के एटर विधानसभा चुनाव का सवाल है, निर्वाचन आयोग ने नि: शुल्क और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सभी संभव उपाय किए।"
एटर में ईवीएम के परीक्षण के साथ ही ये रिपोर्ट आयी कि मतदाताओं के मतदान के बाद वीवीपीएटी मशीन ने केवल बीजेपी स्लिप्स को वितरित किया, चाहे मतदाताओं ने जो भी बटन दबाया गया हो। जबकि मध्यप्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी ने इस बात से साफ इन्कार किया। उनके अनुसार वीवीपीएटी वो मशीन है जो उसी वोट को बताती है जिसपर मतदाता ने वोट किया है। इन विवादों के बीच कॉंग्रेस और अन्य दूसरी विपक्षी पार्टियों ने चुनाव में ईवीएम मशीनों के इस्तेमाल की जांच की मांग भी की थी।
सिंधिया ने आगे कहा कि "एक फेयर इलेक्शन कराने के लिए चुनाव आयोग के द्वारा एटर इलेक्शन में लिये गए प्रभावकारी तात्कालिक निर्णयों को सभी चुनावों में लागू किया जाना चाहिए।" अटर विधानसभा चुनाव में कॉंग्रेस ने जीत हासिल की थी।