Move to Jagran APP

जस्टिस जैन ने सरकार को सौंपी मंदसौर गोलीकांड की रिपोर्ट

मंदसौर में हुए गोलीकांड की न्यायिक जांच रिपोर्ट जस्टिस जेके जैन आयोग ने सरकार को सौंप दी है। दो दिन पहले सामान्य प्रशासन विभाग ने रिपोर्ट आगे की कार्रवाई के लिए गृह विभाग को भेज दी है।

By Srishti VermaEdited By: Published: Fri, 15 Jun 2018 09:57 AM (IST)Updated: Fri, 15 Jun 2018 10:17 AM (IST)
जस्टिस जैन ने सरकार को सौंपी मंदसौर गोलीकांड की रिपोर्ट
जस्टिस जैन ने सरकार को सौंपी मंदसौर गोलीकांड की रिपोर्ट

भोपाल (जेएनएन)। किसान आंदोलन के दौरान छह जून 2017 को मध्य प्रदेश के मंदसौर में हुए गोलीकांड की न्यायिक जांच रिपोर्ट जस्टिस जेके जैन आयोग ने सरकार को सौंप दी है। दो दिन पहले सामान्य प्रशासन विभाग ने रिपोर्ट आगे की कार्रवाई के लिए गृह विभाग को भेज दी है। बताया जा रहा है कि रिपोर्ट में पुलिस बल द्वारा गोली चलाए जाने की बात कही गई है और उन परिस्थितियों का उल्लेख किया गया है, जिसकी वजह से गोली चलाने के हालात पैदा हुए। इस रिपोर्ट के विधानसभा के मानसून सत्र में प्रस्तुत होने की संभावना बेहद कम जताई जा रही है।

loksabha election banner

मंदसौर गोलीकांड में पांच किसानों की मौत हुई थी और एक ने बाद में दम तोड़ दिया था। इसकी जांच के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जस्टिस जेके जैन आयोग का गठन कर तीन माह में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे पर आयोग का कार्यकाल बढ़ता रहा। बीती 11 मई को आयोग का बढ़ा हुआ कार्यकाल भी समाप्त हो गया लेकिन रिपोर्ट शासन को नहीं मिली। सूत्रों का कहना है कि कुछ दिनों पहले मुख्य सचिव को रिपोर्ट सौंपी गई। मुख्य सचिव कार्यालय ने इसे सामान्य प्रशासन विभाग को दिया और उसने अब गृह विभाग को भेज दिया है।

मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि रिपोर्ट का अभी परीक्षण होगा। इसके बाद गृह विभाग इसे कैबिनेट में प्रस्तुत करेगा। कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद ही इसे विधानसभा के पटल पर रखा जा सकेगा। 25 जून से शुरू हो रहे विधानसभा के मानसून सत्र में इसके पटल पर रखे जाने की संभावना कम जताई जा रही है, क्योंकि भोपाल केंद्रीय जेल ब्रेक मामले की रिपोर्ट काफी समय पहले मिलने के बाद भी उस पर अभी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।

हथियार छीनने की कोशिश कर रहे थे किसान
सूत्रों के मुताबिक, आयोग के सामने पुलिसकर्मियों ने माना है कि गोली उनकी हथियार से ही चली है। परिस्थितियां ऐसी पैदा हो गई थीं कि कोई और रास्ता नहीं बचा था। आंदोलनकारी हथियार छीनने की कोशिश कर रहे थे। इससे बड़ी घटना की आशंका पैदा हो गई थी, इसलिए मजबूरन गोली चलानी पड़ी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.