कोरोना महामारी के बीच मध्य प्रदेश में हड़ताल पर चले गए दो हजार जूनियर डॉक्टर
कोरोना महामारी के बीच मध्य प्रदेश में जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। इससे कोरोना सेवाओं के प्रभावित होने की संभावना है। जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (JUDA) के अध्यक्ष डॉ हरीश पाठक ने कहा कि हमने जूनियर डॉक्टरों के लिए बेड की मांग की है।
भोपाल, एएनआइ। कोरोना महामारी के बीच मध्य प्रदेश में जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। इससे प्रदेश में कोरोना सेवाओं के प्रभावित होने की संभावना है। इस बारे में जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (JUDA) के अध्यक्ष डॉ हरीश पाठक ने कहा कि हमने कोरोना रोगियों की सेवा करने वाले जूनियर डॉक्टरों के लिए बेड की मांग की है। यदि वे संक्रमण का अनुबंध करते हैं, तो हमें वजीफा और कोविड प्रोत्साहन में वृद्धि की भी आवश्यकता है। हमने आज इमरजेंसी ड्यूटी वापस ले ली है। डा. अरविंद मीना ने कहा कि यदि आज शाम तक लिखित आदेश (मांगों का पालन) जारी नहीं किया जाता है, तो हम 1 जून से कोरोना कर्तव्यों से हटने को मजबूर होंगे। हम अपील करते हैं कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस मामले में हस्तक्षेप करें।
Madhya Pradesh | Junior doctors go on strike amid #COVID19 pandemic
We've demanded beds for junior doctors serving COVID-19 patients in case they contract the infection, we also need a hike in stipend and COVID incentives: Dr Harish Pathak JUDA president, Bhopal pic.twitter.com/6ztUjnQcfm— ANI (@ANI) May 31, 2021
मध्य प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में सोमवार से जूनियर डॉक्टर काम बंद कर हड़ताल पर चले गए। वेतन और अन्य मांगों पर सुनवाई नहीं होने से नाराज डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना काल में उन्होंने ड्यूटी दी है। 6 मई 2021 को जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन द्वारा छह सूत्री मांगें रखी गई थी, इसके बाद भी अभी तक मांगों पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री, एसीएस स्वास्थ्य और आयुक्त, चिकित्सा शिक्षा ने जो वादा किया था, वो पूरा नहीं किया। इस वजह से जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल चले गए हैं।
सोमवार को कोविड ड्यूटी को छोड़कर जूनियर डॉक्टरों ने किसी भी अन्य जगह पर ड्यूटी नहीं की। मांग नहीं माने जाने पर मंगलवार से कोविड ड्यूटी भी नहीं की जाएगी। प्रदेशभर के 2000 जूनियर डॉक्टर जो मेडिकल कॉलेज में सेवाएं दे रहे हैं, सभी हड़ताल पर हैं। कोरोना ड्यूटी को छोड़कर अभी ब्लैक फंगस सहित सभी सेवाओं को बंद कर दिया गया है। मांग नहीं मानी गई तो कोरोना ड्यूटी भी बंद कर देंगे।