जोगी ने पीएम मोदी को सराहा, चिदंबरम और रमन परिवार को घेरा
जोगी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह और उनके सांसद पुत्र अभिषेक सिंह पर हमला बोला।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और नवगठित जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मुखिया अजीत जोगी ने बुधवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने कहा था-न खाऊंगा, न खाने दूंगा। इसके पहले वाक्य पर तो वह पूरी तरह से खरे उतरे हैं। पिछले तीन सालों में उन पर एक भी दाग नहीं लगा है। पर उनके सहयोगियों और मित्रों ने जमकर भ्रष्टाचार किया है। लेकिन इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
जबकि दूसरी तरफ लालू प्रसाद और विजय माल्या जैसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इस दौरान उन्होंने पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के बेटों और परिवार पर भ्रष्टाचार में शामिल होने के पुख्ता सुबूत के बाद भी कार्रवाई न होने का आरोप लगाया।
जोगी ने इस दौरान मीडिया से दोनों ही मामले को लेकर ढेर सारी जानकारी साझा की। साथ ही बताया कि यह सारी जानकारी उनकी रिसर्च टीम की लंबी मेहनत के बाद सामने आया है। भ्रष्टाचार के मामले पर केंद्र सरकार पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाते हुए उन्होंने पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम, उनके बेटे कार्तिक और उनके कंपनी के डायरेक्टर बैजेन्द्र पांडा को घेरा। उन्होंने कहा कि कार्तिक के घर छापे से तमाम ऐसे दस्तावेजों के मिलने के बाद भी उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया।
विदेश जाने की छूट दी गई। वहीं जांच में इस मामले को अब पीटर मुखर्जी की कंपनी के मामले से जोड़कर छोटा किया जा रहा है। जोगी ने इस दौरान पी. चिदंबरम के कार्यकाल में कंपनियों को दी गई सभी एनओसी की जांच कराने व कार्तिक को गिरफ्तार करने की मांग की। दिल्ली के एक मंहगे होटल में रखी गई प्रेस कांफ्रेस में जोगी ने इस दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह और उनके सांसद पुत्र अभिषेक सिंह पर हमला बोला।
उन्होंने कहा कि पनामा पेपर मामले में पड़ोसी देश पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को सत्ता गंवानी पड़ी, लेकिन पनामा पेपर में देश के भी सैकड़ों लोगों के नाम हैं, जिस पर सरकार चुप है। इनमें एक नाम सांसद अभिषेक सिंह और रमन सिंह के बेटे का भी है। इस मामले में उन्होंने एक बड़ा खुलासा भी किया और बताया कि जिस कंपनी ने माल्या के पैसे का विदेश में निवेश कराया था, उसी कंपनी ने रमन सिंह व उनके बेटे का भी पैसा बिट्रिश वर्जिन आईलैंड में कंपनी बनाकर जमा कराया। उन्होंने इससे जुड़े तमाम सुबूत भी दिए। उन्होंने इस पूरे मामले में केंद्र सरकार से कार्रवाई की मांग की।
कार्रवाई नहीं हुई तो करेंगे भूख हड़ताल
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने केंद्र सरकार से रमन सिंह को मुख्यमंत्री के पद से हटाए जाने और उनके पुत्र की संपत्ति की जांच कराए जाने की मांग की। साथ ही कहा कि यदि ऐसा नहीं होता है, तो वह अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ दो अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन से जंतर-मंतर पर भूख हड़ताल और धरना देंगे। जो बाद में पूरे छत्तीसगढ़ में क्रमबद्ध तरीके से होगा।
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