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JNU प्रोफेसर के विवादित बोल-मैं देश विरोधी, नहीं मानती इस भारत माता को

राजस्थान के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय (जेएनवीयू) में जेएनयू की प्रोफेसर द्वारा गुरूवार को दिए राष्ट्रविरोधी भाषण को लेकर विवाद हो गया।

By Kishor JoshiEdited By: Published: Sat, 04 Feb 2017 07:48 AM (IST)Updated: Sat, 04 Feb 2017 11:17 AM (IST)
JNU प्रोफेसर के विवादित बोल-मैं देश विरोधी, नहीं मानती इस भारत माता को
JNU प्रोफेसर के विवादित बोल-मैं देश विरोधी, नहीं मानती इस भारत माता को

जयपुर (जेएनएन)। दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की प्रोफेसर निवोदिता मेनन ने जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में एक संगोष्ठी में देश की सेना, राष्ट्रीय ध्वज और भारत माता की तस्वीर के लिए इतनी विवादित बातें बोलीं कि यहां का माहौल गर्म हो गया और आयोजक भी परेशान हो गए।

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जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी के कुलपति आर पी सिंह ने कहा, ‘‘हमने मेनन और सेमिनार के आयोजन सचिव राज श्री राणावत के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है । हमने एक जांच टीम का भी गठन किया है जो पूरे मामले की छानबीन करेगी।’’ छात्रों एवं एबीवीपी कार्यकर्ताओं के विरोध के बाद यह कार्रवाई की गई।

निवेदिता मेनन को यहां अंग्रेजी विभाग की ओर से आयोजित एक संगोष्ठी में बुलाया गया था। जब प्रो. मेनन मंच पर आई तो उन्होंने खुद को देशविरोधी बताते हुए अपना परिचय दिया। उन्होंने अपने विषय पर स्लाइड के साथ बोलना शुरू किया तो पीछे प्रोजेक्टर से देश का नक्शा उल्टा दिखाया जा रहा था।

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कुछ देर तो हॉल में मौजूद प्रतिभागियों ने सोचा कि शायद गलती से लग गया है लेकिन बाद में प्रो. मेनन ने कहा-'मेरे तो विभाग में भी उल्टा नक्शा लगा है। मुझे इस नक्शे में कोई भारत माता नजर नहीं आती है। रही बात नक्शे की तो दुनिया गोल है और नक्शे को कैसे भी देखा जा सकता है। सेना के जवान देश सेवा के लिए नहीं, रोटी के लिए काम करते हैं। उन्हें सियाचीन में भेजकर क्यों मरवा रहे हैं। भारत माता की फोटो ये ही क्यों है। इसकी जगह दूसरी फोटो होनी चाहिए। भारत माता के हाथ में जो झंडा है, वह तिरंगा क्यों है। यह झंडा देश के आजाद होने के बाद का है, पहले ऐसा नहीं था। पहले इसमें चक्र नहीं था। मैं नहीं मानती इस भारत माता को।'

लोगों ने आपत्ति भी की और उनकी बातें सुन कर हर कोई हैरान रह गया। इस पर वहां मौजूद इतिहास के रिटायर्ड प्रोफेसर एनके चतुर्वेदी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि आपने देश को बहुत कोस लिया, अब अपना भाषण समाप्त करें। बहस ब़़ढती देख आयोजकों ने टी ब्रेक की घोषणा कर दी।

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बाद में आयोजक डॉ. राजश्री राणावत ने सिंडिकेट सदस्य प्रो. चंद्रशेखर चौधरी को सफाई दी कि प्रो. मेनन ने ऐसी स्पीच के बारे में पहले ऐसा कुछ नहीं बताया था।


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