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झीरम घाटी हमला : आज के दिन नक्सलियों द्वारा हमले में कई कांग्रेस नेताओं की गई थी जान; सीएम ने किया स्मारक का उद्घाटन

Jhiram Valley Attack झीरम घाटी हमले को याद करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा झीरम घाटी में बहा हमारे नेताओं कार्यकर्ताओं और जवानों के खून का एक‌-एक कतरा हमारे बलिदान की परंपरा की गाथा है। उन सबकी‌ शहादत छत्तीसगढ़ की धरती पर कर्ज़ है।

By Babli KumariEdited By: Published: Wed, 25 May 2022 04:10 PM (IST)Updated: Wed, 25 May 2022 04:15 PM (IST)
झीरम घाटी हमला : आज के दिन नक्सलियों द्वारा हमले में कई कांग्रेस नेताओं की गई थी जान; सीएम ने किया स्मारक का उद्घाटन
झीरम घाटी में नक्‍सलियों के भीषण हमले में 30 कांग्रेसियों की हो गई थी मौत

जगदलपुर, एएनआइ। आठ साल पहले आज के दिन ही छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने किया था हमला। 200 नक्सलियों ने 100 से ज्यादा गोलियां दागी थी। और इस हमले में कांग्रेस के कई बड़े नेता की हत्या हुई थी। इस दिन की याद में राज्य के सीएम भूपेश बघेल ने श्रद्धांजलि दी। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को बस्तर जिले की झीरम घाटी में 2013 में हुए नक्सली हमले में मारे गए कांग्रेस नेताओं और अन्य लोगों की याद में बने स्मारक का अनावरण किया और भाजपा पर राज्य को बाधित करने का प्रयास करने का आरोप लगाया। 

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बघेल ने स्मारक स्थल पर 100 फीट ऊंचे ध्वज पद पर राष्ट्रीय ध्वज भी फहराया।

राहुल गांधी ने भी झीरम घाटी में हुए नक्सली हमले में जान गवाने वालों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

बस्तर जिले के मुख्यालय जगदलपुर के लालबाग इलाके में 'झीरम घाटी शहीद स्मारक' नाम का स्मारक बनाया गया है, जहां हमले में मारे गए नेताओं और सुरक्षाकर्मियों की मूर्तियां लगाई गई है।

समारोह से इतर पत्रकारों से बात करते हुए बघेल ने भाजपा पर इस दुखद हमले के पीछे की साजिश का पता लगाने के लिए राज्य कांग्रेस सरकार के प्रयासों में बाधा डालने का प्रयास करने का आरोप लगाया।

सीएम ने दावा किया 'पिछले नौ वर्षों में, हमने तथ्यों को सामने लाने की पूरी कोशिश की क्योंकि आप सभी जानते हैं कि यह एक राजनीतिक और आपराधिक साजिश थी। लेकिन, वे (भाजपा) हमारे प्रयासों को रोकने की कोशिश करते रहे।'

'घटना की राष्ट्रीय जांच एजेंसी की जांच संतोषजनक नहीं थी। जब हमने साजिश के कोण की जांच के लिए एक नई पुलिस जांच शुरू की और मामले को वापस (एनआईए से) मांगा, तो केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने इनकार कर दिया। नई पुलिस जांच के खिलाफ एनआईए उच्च न्यायालय पहुंची।

उन्होंने दावा किया कि यहां के भाजपा नेता भी हमले की जांच कर रहे न्यायिक आयोग की कार्यवाही में बाधा डालने की कोशिश कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा, 'न्यायिक पैनल का दायरा पिछले साल नवंबर में पुनर्गठन करके विस्तारित किया गया था। विपक्ष के नेता धर्मलाल कौशिक ने हाल ही में न्यायिक पैनल की जांच के खिलाफ उच्च न्यायालय का रुख किया।'

बघेल ने आगे कहा कि यह जानना आवश्यक है कि इस (घटना) के पीछे कौन थे, और आश्चर्य है कि ये सभी बाधाएं क्यों पैदा की जा रही थीं। उन्होंने झीरम हमले में मारे गए कुछ लोगों के परिवारों से भी बातचीत की।

आपको बता दें कि 25 मई 2013 को, माओवादियों ने विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी की 'परिवर्तन रैली' के दौरान झीरम घाटी में कांग्रेस नेताओं के एक काफिले पर नक्सलियों ने हमला किया, जिसमें तत्कालीन राज्य कांग्रेस प्रमुख नंद कुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, विपक्ष के पूर्व नेता महेंद्र कर्मा सहित 32 लोग मारे गए थे। महेंद्र कर्मा की इस हमले में बेरहमी से हत्या की दी गई थी। इस हमले में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। करीब 200 से ज्यादा नक्सलियों ने अचानक ताबड़तोड़ फायरिंग कर कांग्रेस की रैली पर हमला किया था।


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