हनीट्रैप में भोपाल के ज्वेलर्स, रेस्टोरेंट और उद्योगपति भी फंसे, रोजाना हो रहे नए खुलासे
हनीट्रैप मामले में पता चला है कि आरोपित महिलाएं कॉलेज छात्राओं के सहारे नेताओं-अफसरों व असरदार लोगों तक पहुंच बनाती थीं।
राज्य ब्यूरो, भोपाल। हनीट्रैप मामले में रोज नए राजफाश हो रहे हैं। पता चला है कि आरोपित महिलाएं कॉलेज छात्राओं के सहारे नेताओं-अफसरों व असरदार लोगों तक पहुंच बनाती थीं। इनके जाल में भोपाल के तीन व्यापारी और उद्योगपति भी फंसे हुए थे। आरोपितों में भाजपा और कांग्रेस से जुड़ी रही दो महिलाएं भी हैं, जिनमें से एक बरखा भटनागर सोनी के एनजीओ भी थे। इनमें से एक समर्थ सामाजिक सेवा संस्था समिति में काफी सक्रिय थी।
सूत्रों ने बताया कि हनीट्रैप मामले में नेताओं और अफसरों के बाद अब व्यापारियों व उद्योगपतियों के नाम चर्चा में आना शुरू हो गए हैं। भोपाल के दो ज्वेलर्स, एक रेस्टोरेंट मालिक और एक उद्योगपति के नाम अब सामने आए हैं। इनमें से एक व्यक्ति के पूर्व मंत्री से निकट संबंध हैं। इन चारों पर एसआइटी की नजर है। उधर, एसआइटी ने अपनी जांच में सहयोग के लिए जो ई-मेल आइडी सार्वजनिक किया था, उस पर लोग लगातार सूचनाएं दे रहे हैं। एसआइटी को अब तक करीब 100 ई-मेल मिले हैं। इनमें से हनीट्रैप से जुड़ी सूचनाओं के ई-मेल कम हैं और शहरों में देह व्यापार में लिप्त दूसरे गिरोहों की सूचनाएं ज्यादा हैं। यह सूचनाएं संबंधित इकाइयों को भेजी जा रही हैं। सूत्रों ने बताया है कि हनीट्रैप मामले के बाद अब संदेह के घेरे में आए नेताओं पर पुलिस की खुफिया नजर है। राजनीतिक दलों से भी पुलिसकर्मी जानकारियां लेकर अन्य नेताओं तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं।
भोपाल लाई गई महिलाओं से पूछताछ
इंदौर से भोपाल लाई गई आरोपित महिलाओं से पुलिस बेहद गोपनीय तरीके से पूछताछ कर रही है। शनिवार को इन महिलाओं को पूछताछ के लिए इंदौर से भोपाल लाया गया था, लेकिन मामले की जानकारी किसी को नहीं दी गई। माना जा रहा था कि पुलिस आरोपित महिलाओं के घर जाकर कुछ छानबीन करेगी। हालांकि खबर लिखे जाने तक पुलिस आरोपितों के घर नहीं पहुंची थी। माना जा रहा है कि दो आरोपितों को छतरपुर ले जाया गया है। हालांकि इसकी भी पुष्टि नहीं हो सकी। गौरतलब है कि गिरफ्तार महिलाओं में से श्वेत विजय जैन का घर मीनाल रेसीडेंसी, श्वेता स्वप्निल जैन का घर रिवेयरा टाउन और बरखा सोनी भटनागर का घर कोटरा सुल्तानाबाद में है।
हनीट्रैप की जद में आए नाम सार्वजनिक कर सकती है सरकार
सरकार के रख से लग रहा है कि एसआइटी जांच के दौरान सामने आने वाले कुछ नामों को सार्वजनिक करने की तैयारी है। शनिवार को मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने इंदौर में कहा कि जल्द ही मामले में राजफाश होंगे। जांच में किसी को भी बचाया नहीं जाएगा। मैंने खुद भी एसआइटी के प्रमुख संजीव शमी से चर्चा की है। उन्हें निष्पक्ष जांच के लिए कहा है। इसमें जो भी नाम आएंगे, सरकार की ओर सबको सार्वजनिक किया जाएगा।
बस्तर के एक मंत्री के करीबी तरुण का आया नाम
रायपुर। एमपी के हनीट्रैप मामले में छत्तीसगढ़ के बस्तर एक मंत्री के निजी सहायक तरुण का नाम सामने आया है। बताया जा रहा है कि लड़कियों को हथियार बनाकर गिरोह के एक सदस्य की संस्था ने बस्तर में वन विभाग से जुड़े करोड़ों रुपये के काम भी लिए। एसआइटी की पूछताछ में एक युवती ने तरुण के नाम का लिया है। उसके पास से मिले दो पेज के दस्तावेज में बस्तर के मंत्री का भी जिक्र है। अफसरों के नाम भी सामने आ रहे हैं। हालांकि मध्यप्रदेश एसआइटी अभी छत्तीसगढ़ से जुड़े किसी भी नाम की पुष्टि नहीं की जा रही है।