अब कर्नाटक के दो मंदिरों में विवाद, जींस-पैंट पर पाबंदी
महाबलेश्वर मंदिर में जींस, पाजामे, पेंट व बरमूडा पर पाबंदी लगा दी गई है। मंदिर में ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है।
मंगलुर/बेंगलुर, एजेंसी। केरल के सबरीमाला मंदिर का विवाद थम नहीं रहा है और अब कर्नाटक के दो मंदिरों का विवाद सामने आ गया है। प्रसिद्ध तीर्थ स्थल गोकर्ण के महाबलेश्वर मंदिर में जींस, पाजामे, पेंट व बरमूडा पर पाबंदी लगा दी गई है। मंदिर में ड्रेस कोड लागू कर पुरुषों के लिए धोती व महिलाओं के लिए सलवार सूट व साड़ी अनिवार्य की गई है।
उधर कोल्लुर के श्री मुकाम्बिका मंदिर के लक्ष्मी मंतपा में एक महिला के प्रवेश से बवाल मच गया। इस मंदिर में सिर्फ पुजारियों को जाने की इजाजत है। गोकर्ण महाबलेश्वर मंदिर के कार्यकारी अधिकारी एच. हलप्पा ने बताया कि गोकर्ण में पहले से पाबंदियां थीं, लेकिन हम ड्रेस कोड एक माह पहले ही लागू कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर में शर्ट, पेंट, हैट, कैप, कोट की भी इजाजत नहीं है। पुरुषों के लिए सिर्फ धोती पहनने की इजाजत है। वे शर्ट, टीशर्ट व बनियान भी नहीं पहन सकेंगे। महिलाओं को सिर्फ सलवार सूट व साड़ी की इजाजत है।
मयूर शर्मा ने बनवाया था गोकर्ण मंदिर
गोकर्ण महाबलेश्वर मंदिर का निर्माण कदंब राजवंश के मयूर शर्मा ने चौथी सदी में यानी आज से 1600 से साल पहले कराया था। करवार में अरब सागर के तट पर स्थित यह मंदिर पर्यटकों के आकषर्षण का केंद्र है।
लक्ष्मी मंतप में पूर्व महिला अफसर के जाने से विवाद
उधर कोल्लुर मंदिर के लक्ष्मी मंतप में मंदिर की पूर्व कार्यकारी अधिकारी टीआर उमा के जाने से बवाल मच गया है। उडुपी जिला उपायुक्त प्रियंका मैरी फ्रांसिस ने एसडीओ से इस बारे में रिपोर्ट मांगी है। इस मंदिर में सिर्फ पुजारियों को जाने की इजाजत है। उमा मौजूदा कार्यकारी अधिकारी की जानकारी के बगैर मंदिर में चली गई थीं। उमा के मंदिर के गर्भग्रह के बाहर स्थित मंतप में जाने का वीडियो सोशल मीडिया में जारी होने के बाद विवाद पैदा हुआ।