आतंकी मेहरान ने की थी श्रीनगर में पिछले माह गैर-मुस्लिमों की हत्या, छानबीन में मिली हैरान करने वाली जानकारियां
श्रीनगर में निर्दोष गैर हिंदुओं की चुन-चुनकर हत्या करने में आतंकी मेहरान यासीन शल्ला का ही हाथ था। श्रीनगर में ही कभी डिलिवरी ब्याय का काम करने वाला मेहरान इसी साल मई में आतंकी बना था। जांच में मेहरान को लेकर कई हैरान करने वाली जानकारियां मिली हैं।
नीलू रंजन, नई दिल्ली। श्रीनगर में निर्दोष गैर हिंदुओं की चुन-चुनकर हत्या करने में आतंकी मेहरान यासीन शल्ला का ही हाथ था। जम्मू-कश्मीर पुलिस की जांच में इन हत्याओं के पीछे मेहरान का हाथ होने के ठोस सुबूत मिले हैं। पिछले हफ्ते मेहरान को उसके दो साथियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। पुलिस अब उसके अन्य सहयोगियों की पहचान में जुट गई है, जिनमें श्रीनगर की एक लड़की का नाम भी सामने आ रहा है।
सुरक्षा एजेंसियों के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार श्रीनगर में ही कभी डिलिवरी ब्याय का काम करने वाला मेहरान इसी साल मई में आतंकी बना था।
वह लश्कर आतंकी अब्बास शेख के मातहत द रेसिस्टेंट फ्रंट के बैनर तले आतंकी गतिविधियों में शामिल हो गया। द रेसिस्टेंट फ्रंट लश्कर-ए-तैयबा का ही मुखौटा संगठन है। 24 अगस्त को अब्बास शेख के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद मेहरान सीधे पाकिस्तान स्थित हैंडलर के निर्देश पर काम करने लगा।
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक वह पाकिस्तान स्थित तीन हैंडलर के संपर्क में था, जिसमें दो लश्कर और एक आइएसआइ का है। इन हैंडलर की पहचान की जा रही है। इन्हीं हैंडलरों के निर्देश पर मेहरान ने गैर मुस्लिमों की चुन-चुनकर हत्या कर दशहत फैलाने की साजिश रची। सुरक्षा एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि डिलिवरी ब्याय का काम करने के कारण मेहरान को श्रीनगर की गलियों की अच्छी जानकारी थी, जिसके कारण वारदात करने के बाद वह आसानी से भाग निकलता था।
सबसे पहले उसने केमिस्ट मखन लाल बिंदरू को निशाना बनाया। उसके बाद स्ट्रीट वेंडर वीरेंद्र पासवान की हत्या कर दी। इसके दो दिन बाद ही श्रीनगर के एक स्कूल में जाकर प्रिंसिपल सुपिंदर कौर और शिक्षक दीपक चंद की हत्या। इसके 10 दिन बाद श्रीनगर में बिहार के मजदूरों की हत्या में भी मेहरान शामिल था। सुरक्षा बलों की सख्ती के बाद मेहरान कुछ दिनों तक शांत रहा, लेकिन आठ अक्टूबर वह फिर एक कश्मीरी हिंदू की दुकान पर हत्या करने पहुंच गया, लेकिन गलती से उसने सेल्समैन गुलाम मुहम्मद खान की हत्या कर दी।
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि श्रीनगर में मेहरान के सहयोगियों की पड़ताल की जा रही है, जिसमें एक लड़की का नाम सामने आया है। ओवर ग्राउंड वर्कर (ओडब्ल्यूजी) के रूप में काम करने वाली लड़की टारगेट चुनने से लेकर रेकी करने तक में मेहरान की मदद करती थी। इसके अलावा दक्षिण कश्मीर में उसके सात-आठ सहयोगियों की भी पहचान कर ली गई है, जिन्हें उनसे पाकिस्तान से पैसे भी दिलवाए थे। उन्होंने कहा कि जल्द ही मेहरान के सभी सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।