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भर्ती के लिए प्रचार में जुटे हैं जम्मू एवं कश्मीर के आतंकी

कुछ प्रमुख अलगाववादी नेता पाकिस्तान और गुलाम कश्मीर में मौजूद आतंकी प्रमुखों के संपर्क में हैं।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Tue, 03 Apr 2018 07:08 PM (IST)Updated: Tue, 03 Apr 2018 10:17 PM (IST)
भर्ती के लिए प्रचार में जुटे हैं जम्मू एवं कश्मीर के आतंकी
भर्ती के लिए प्रचार में जुटे हैं जम्मू एवं कश्मीर के आतंकी

नई दिल्ली, प्रेट्र। जम्मू एवं कश्मीर में दिग्भ्रमित युवकों को अपने संगठन में भर्ती करने के लिए आतंकी अब आतंकवाद का महिमा मंडन करने में जुटे हुए हैं। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने लोकसभा में मंगलवार को एक लिखित प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि सीमा पार से वित्त पोषित और समर्थित आतंकवाद से राज्य प्रभावित है। घाटी के विभिन्न जिलों में हिंसा की घटनाएं घुसपैठ से जुड़ी हैं। सरकार नियमित रूप से जम्मू एवं कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा कर रही है। आतंकी गतिविधि की रोकथाम के लिए कई कदम उठाए गए हैं।

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प्रमुख अलगाववादी नेताओं को पाक से मिलती है आर्थिक मदद

केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने एक अन्य सवाल के जवाब में लोकसभा में कहा कि कुछ प्रमुख अलगाववादी नेताओं को पाकिस्तानी प्रतिष्ठान से आर्थिक मदद मिल रही है। उन्होंने कहा कि इस बात के संकेत मिले हैं कि उपद्रवी तत्वों और अलगाववादियों को पड़ोसी देश से प्रोत्साहन दिया जा रहा है। कुछ प्रमुख अलगाववादी नेता पाकिस्तान और गुलाम कश्मीर में मौजूद आतंकी प्रमुखों के संपर्क में हैं। जम्मू एवं कश्मीर में कानून एवं व्यवस्था के खिलाफ गतिविधियों के लिए उन्हें पाकिस्तानी प्रतिष्ठान से निर्देश और वित्तीय समर्थन मिलता है। 

एनआइए ने आइएस से संबंधित मामलों में 81 को गिरफ्तार किया

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने खतरनाक आतंकी संगठन आइएस से संबंधित 23 मामलों की जांच की है। इन मामलों में 81 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 39 फरार हैं। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने लोकसभा में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार और फरार आरोपितों ने या तो आर्थिक मदद ली या मुहैया कराई है। यह काम उन लोगों ने इलाके के सह आरोपितों की मदद करने के लिए किया है।

नई औषधि नीति का प्रस्ताव नहीं

सरकार के सामने वर्तमान में नई औषधि नीति का कोई निश्चित प्रस्ताव नहीं है। कुछ भागीदारों ने बुनियादी विषयों पर बात की है जिन्हें औषधि नीति के मसौदे में शामिल किया जाएगा। रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री मनसुख लाल मंदाविया लोकसभा में नई औषधि नीति तैयार करने के प्रस्ताव से संबंधित प्रश्न के उत्तर में यह जानकारी दी।


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