घाटी में लश्कर के दो आतंकी ढेर
सुरक्षाबलों ने अपने आतंकरोधी अभियान को जारी रखते हुए शुक्रवार को नरवाल-जम्मू में शराब की दुकान पर हुए हमले और जुलाई में श्री अमरनाथ यात्रियों पर हमले में वांछित लश्कर-ए-तैयबा के दो दुर्दात आतंकियों इम्तियाज तेली व खालिद को दक्षिण कश्मीर के पुलावामा जिले में मार गिराया।
श्रीनगर, जागरण ब्यूरो। सुरक्षाबलों ने अपने आतंकरोधी अभियान को जारी रखते हुए शुक्रवार को नरवाल-जम्मू में शराब की दुकान पर हुए हमले और जुलाई में श्री अमरनाथ यात्रियों पर हमले में वांछित लश्कर-ए-तैयबा के दो दुर्दात आतंकियों इम्तियाज तेली व खालिद को दक्षिण कश्मीर के पुलावामा जिले में मार गिराया। इस दौरान सेना का एक मेजर, एक कैप्टन और एक पुलिसकर्मी समेत तीन लोग घायल हो गए। इस बीच, घायल मेजर को अस्पताल ले जाने का विरोध कर रही हिंसक भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ना, जिसमें सात लोग घायल हो गए। भीड़ भारत विरोधी नारेबाजी कर रही थी।
यहां मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार सुबह 55 आरआर, 182 वाहिनी सीआरपीएफ और पुलिस के एक संयुक्त कार्यदल ने पुलवामा जिले के बबगाम गांव में आतंकियों के छिपे होने की सूचना के आधार पर एक तलाशी अभियान चलाया।
सुरक्षाबलों ने आज सुबह तढ़के एक बजे गांव की घेराबंदी शुरू की और तीन बजे के करीब जब वह धीरे-धीरे आतंकियों के संदिग्ध ठिकाने की तरफ बड़ रहे थे तो आतंकियों ने उन्हें देखते ही फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने भी अपनी पोजीशन ली और जवाबी फायर किया।
आतंकियों का ठिकाना बने मकान की निशानदेही होने पर सुरक्षाबलों ने गोलियों की बौछार के बीच आस-पास के मकानों से आम लोगों सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया।
डीआईजी दक्षिण कश्मीर रेंज विजय कुमार ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि आतंकियों को कई बार आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया। लेकिन उन्होंने फायरिंग जारी रखी। सुबह साढ़े दस बजे के करीब सुरक्षाबलों की एक टुकड़ी ने मकान में दाखिल होकर आतंकियों को मार गिराने की कार्रवाई की।
इस दौरान एक मेजर आतंकियों की सीधी फायरिंग रेंज में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया। लेकिन घायल मेजर ने मैदान नहीं छोड़ा और एक आतंकी को मार गिराया जबकि उसका दूसरा साथी वहां से निकल कर, मकान के दूसरे हिस्से में दाखिल हो गया और उसे भी करीब एक घंटे बाद मार गिराया गया। इस दौरान एक कैप्टन और एक पुलिसकर्मी घायल हो गया।
मारे गए आतंकियों की पहचान इम्तियाज अहमद तेली उर्फ फहदुल्ला कश्मीरी निवासी पुलवामा और मोहम्मद आमिर भटट उर्फ खालिद उर्फ खुर्शीद निवासी शोपियां के रूप में हुई है। इम्तियाज ने ही गत माह 17 नवंबर को जम्मू के नरवाल इलाके में एक शराब की दुकान पर ग्रेनेड हमले को अंजाम दिया था, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि पांच अन्य घायल हो गएथे।
इम्तियाज और आमिर ने ही इसी साल जुलाई माह के दौरान बीजबेहाड़ा में श्री अमरनाथ यात्रियों के टेंपो ट्रैवलर पर ग्रेनेड हमला किया था। इस हमले में चार महिला यात्री गंभीर रूप से घायल हुए थे। इन दोनों ने बीते दो सालों के दौरान दक्षिण कश्मीर मे बीसियों आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया है।
इस बीच, मुठभेड़ में घायल मेजर को जब अस्पताल पहुंचाया जा रहा था तो स्थानीय लोगों ने आतंकियों के हक में और भारत विरोधी नारेबाजी करते हुए एंबुलेंस को घेर लिया। उन्होंने एंबुलेंस पर पथराव करते हुए साथ जा रहे पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। भीड़ को बेकाबू देख पुलिसकर्मियों ने स्थिति पर काबू पाने के लिए लाठियों का सहारा लिया, लेकिन पथराव कर रही भीड़ शांत नहीं हुई। इस पर पुलिसकर्मियों ने हवाई फायरिंग का भी तथाकथित तौर पर सहारा लिया। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़पों सात लोग घायल हो गए। उनमें से छह पहचान मोहम्मद यासीन भट्ट, आशिक अहमद जहांगीर, गौहर अहमद, इमरान भटट, शौकत मीर, व युनुस मीर के रूप में हुई है। सभी घायलों को उपचार के लिए श्रीनगर के अस्पतालों में लाया गया है।
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