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मप्र के श्योपुर में जमातियों को जबरन रखा क्वारंटाइन केंद्र में, कोर्ट की नाराजगी के बाद छोड़ा

शरारती तत्व सड़क पर नोट फेंक कर दहशत फैलाने का काम कर रहे हैं। नोट बीनने वालों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई फिर 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन कर दिया।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sat, 09 May 2020 09:14 PM (IST)Updated: Sat, 09 May 2020 09:14 PM (IST)
मप्र के श्योपुर में जमातियों को जबरन रखा क्वारंटाइन केंद्र में, कोर्ट की नाराजगी के बाद छोड़ा
मप्र के श्योपुर में जमातियों को जबरन रखा क्वारंटाइन केंद्र में, कोर्ट की नाराजगी के बाद छोड़ा

श्योपुर, स्टेट ब्यूरो। कोरोना संक्रमण के संदेह में मप्र के श्योपुर स्थित क्वारंटाइन केंद्र में 14 दिन के लिए रखे गए आंध्र प्रदेश के 10 जमातियों को 39 दिन बाद भी नहीं छोड़ा। इस बीच इन जमातियों पर एफआईआर हुई और कोर्ट ने जमानत भी दे दी, लेकिन पुलिस ने क्वारंटाइन केन्द्र में ही रखा। जिला कोर्ट ने श्योपुर पुलिस के रवैये पर कड़ी नाराजगी जताई। उसके बाद शनिवार शाम इन्हें छोड़ दिया गया।

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श्योपुर की मस्जिदों में ठहरे 22 जमातियों को पकड़कर छात्रावास में क्वारंटाइन कर दिया था

गौरतलब है कि श्योपुर की मस्जिदों में एक अप्रैल को बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के 22 जमाती ठहरे हुए मिले थे। पहले तो श्योपुर पुलिस ने कहा था कि यह सभी जमाती सूचना देकर रह रहे हैं इसलिए कोई पुलिस केस दर्ज नहीं किया, लेकिन इन्हें ढेंगदा छात्रावास में क्वारंटाइन कर दिया। बाद में एफआईआर दर्ज कर ली बाद में जांच-पड़ताल हुई और पुलिस ने नौ अप्रैल को बांग्लादेश के 10 व पश्चिम बंगाल के दो जमातियों पर एफआईआर कर ली फिर एक दिन बाद आंध्र प्रदेश के 10 जमातियों पर भी एफआईआर हुई।

जिला कोर्ट में चालान पेश कर 29 अप्रैल को जमातियों को जेल भेज दिया था 

29 अप्रैल को जिला कोर्ट में चालान पेश किया जहां से बांग्लादेश के 10 और पश्चिम बंगाल के दो जमातियों को जेल भेज दिया और आंध्र प्रदेश के 10 जमातियों को जमानत दे दी। जमानत के बाद भी इन जमातियों को पुलिस ने नहीं छोड़ा और वापस छात्रावास में क्वारंटाइन कर दिया।

जिला वक्फ बोर्ड की याचिका पर सुनवाई करते हुए जिला कोर्ट ने पुलिस पर नाराजगी जताई

इस मामले में जिला वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष काजी असद उल्लाह कुरैशी व एडवोकेट योगेन्द्र सिंह भदौरिया ने जिला न्यायालय में याचिका लगाई जिस पर शनिवार को सुनवाई करते हुए जिला कोर्ट ने आंध्र प्रदेश के 10 जमातियों को जबरन क्वारंटाइन केन्द्र में रखने के पुलिस के रवैये पर नाराजगी जताते हुए निर्देश दिए कि सभी 10 जमातियों को वक्फ बोर्ड के जिला अध्यक्ष के सुपुर्द किया जाए।

कोर्ट के निर्देश पर जमातियों को वक्फ बोर्ड के सुपुर्द कर दिया गया

कोर्ट के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने शाम छह बजे आंध्र प्रदेश के 10 जमातियों को वक्फ बोर्ड के जिला अध्यक्ष काजी असद उल्लाह कुरैशी के सुपुर्द कर दिया गया।

जमातियों को जमानत मिल चुकी थी फिर भी पुलिस जबरन रखे हुई थी

आंध्र प्रदेश के 10 जमातियों को जमानत मिल चुकी थी फिर भी उन्हें पुलिस ने जबरन क्वारंटाइन केन्द्र के नाम पर अवैध रूप से रख रखा था। जमातियों ने कोर्ट में याचिका लगाते हुए कहा कि वह भारत के ही नागरिक हैं और जमानत मिलने के बाद वह कहीं भी जा सकते हैं लेकिन, पुलिस ने जमानत के बाद भी बंदी बना रखा है। इस पर कोर्ट ने नाराजगी जताई और तत्काल जमातियों की रिहाई के आदेश पुलिस को दिए हैं -योगेन्द्र सिंह भदौरिया, एडवोकेट, श्योपुर।

छतरपुर में शरारती तत्वों ने सड़क पर फेंके नोट, उठाने वाले सात होम क्वारंटाइन

कोरोना ग्रीन जोन में शामिल मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के हरपालपुर में कोई संक्रमित नहीं पाए जाने से बाजार खोले जा रहे हैं, लेकिन इसका फायदा उठाकर शरारती तत्व सड़क पर नोट फेंक कर दहशत फैलाने का काम कर रहे हैं। शनिवार सुबह सात बजे सड़क पर 20-20 के नोट फेंके और गायब हो गए। सात लोगों ने ये नोट उठा लिए। सूचना मिलने पर पुलिस-प्रशासन ने इन सातों लोगों को होम क्वारंटाइन किया।

नोट बीनने वालों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई, फिर 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन कर दिया

शरारती तत्वों ने हरपालपुर नगर के रेस्ट हाउस से लेकर नौगांव मार्ग पर स्थित एक गैस एजेंसी के ऑफिस के सामने तक सड़क पर नोट फेंके थे। इसके बाद सड़क पर नोट बीनने वालों की भीड़ लग गई। सूचना मिलने पर हरपालपुर थाना पुलिस ने मौके पर जाकर 20-20 के 23 नोट जब्त कर उन्हें जांच के लिए छतरपुर भेजा। नोट बीनने वाले सात लोगों को थाने लाया गया। मेडिकल टीम को बुलाकर उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद उन्हें 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन कर दिया।


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