दम है तो मुझे निलंबित करके दिखाएं चौधरी : जाखड़
वालीबॉल लीग के आयोजन को लेकर दोफाड़ हुए भारतीय वालीबॉल महासंघ (वीएफआइ) में अध्यक्ष अवधेश चौधरी और महासचिव रामअवतार जाखड़ के बीच अब तलवारें खुलकर चलने लगी हैं।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। वालीबॉल लीग के आयोजन को लेकर दोफाड़ हुए भारतीय वालीबॉल महासंघ (वीएफआइ) में अध्यक्ष अवधेश चौधरी और महासचिव रामअवतार जाखड़ के बीच अब तलवारें खुलकर चलने लगी हैं।
अवधेश ने 22 फरवरी को हुई कोर कमेटी की बैठक को अवैध बताते हुए उसमें भाग लेने वाले दस सदस्यों को निलंबित कर दिया है। दूसरी ओर जाखड़ ने अपने अध्यक्ष के ही निर्णय को असंवैधानिक बताते हुए कहा कि मैं भी उस बैठक में शामिल था और उनमें हिम्मत है तो मुझे भी निलंबित करें। इससे पहले अवधेश ने विपक्षी गुट के करीबी और वीएफआइ के सीईओ के मुरगन, कार्यकारी उपाध्यक्ष राजकुमार, कोषाध्यक्ष रंजीत रॉय चौधरी और सात राज्य संघों के सदस्यों को निलंबित कर दिया। बैठक राजकुमार ने बुलाई थी और इसमें कोर कमेटी ने बेसलाइन वेंचर प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर वालीबॉल लीग की घोषणा की थी। जबकि 24 को चौधरी ने स्पोर्ट्स लाइव के साथ मिलकर अलग लीग की घोषणा कर दी थी। इसी लीग को लेकर कभी दोस्त रहे जाखड़ और चौधरी अब आमने-सामने हैं।
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इससे गुस्साए सचिव जाखड़ ने कहा कि उस बैठक में एसोसिएट सेक्रेटरी नंदकुमार ने भी भाग लिया था, लेकिन अवधेश ने उन्हें क्यों नहीं निलंबित किया। वह उनके साथ 24 को लीग लांचिंग के दौरान मौजूद थे और उनके करीबी हैं इसलिए उन्हें छोड़ दिया। अवधेश की नीयत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने चेन्नई में इंडियन ओवरसीज बैंक में वीएफआइ के अकाउंट को सीज करवा दिया है। वह बिजनेसमैन हैं और वीएफआइ का उपयोग धन कमाने के लिए करना चाहते हैं।
निलंबित सदस्यों को अपनी बात रखने के लिए बनाई गई पांच सदस्यीय अनुशासनात्मक समिति पर जाखड़ ने कहा कि ये आंखों में धूल झोंकने जैसा है। इसमें शामिल कमलेश काला उत्तराखंड वालीबॉल संघ के सचिव हैं, जिससे चौधरी खुद आते हैं। 22 तारीख की बैठक में शामिल होने वाले नंद कुमार भी इस समिति में हैं। अब दोनों ही गुट ने तीन तारीख को इमर्जेट एक्जक्यूटिव कमेटी की बैठक बुलाई है। अवधेश ने जहां इस बैठक का स्थान नागपुर रखा है तो जाखड़ गुट इसको चेन्नई में आयोजित करेगा।