कश्मीर में सीरियल हमलों के लिए जैश-ए-मोहम्मद जिम्मेदार
आतंकियों ने मंगलवार रात छह हमले दक्षिणी कश्मीर और एक उत्तरी के सोपोर में किया था, जिसमें 13 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। वादी में मंगलवार को चार घंटे में हुए सात आतंकी हमलों के बाद बुधवार को पूरा कश्मीर सुरक्षाबल अलर्ट पर रहे। राज्य पुलिस महानिदेशक डॉ.एसपी वैद ने हालात के पूरी तरह नियंत्रण में होने का दावा करते हुए कहा कि इत्मिनान रखिए, अमरनाथ यात्रा एक शांत, सुरक्षित और विश्वासपूर्ण माहौल में ही संपन्न होगी। उन्होंने ग्रेनेड हमलों के लिए आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि बेशक हिज्ब ने दो हमलों की जिम्मेदारी ली है, लेकिन हमारे तंत्र के मुताबिक यह हमले जैश ने ही किए हैं।
आतंकियों ने मंगलवार रात छह हमले दक्षिणी कश्मीर और एक उत्तरी के सोपोर में किया था, जिसमें 13 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे। दक्षिण कश्मीर में दो हमले सरनल और आंचीडूरा में हुए थे। 29 जून से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालु इसी रास्ते से पैदल या अपने वाहनों में गुजरेंगे। इन हमलों ने एक बार फिर यात्रा की सुरक्षा को लेकर सवाल उठा दिए हैं। इन हमलों के बाद विशेषकर दक्षिण कश्मीर में और श्रीनगर, बिजबिहाड़ा, अनंतनाग, जवाहर सुरंग सड़क के अलावा श्रीनगर-गांदरबल और श्रीनगर-बेमिना बाईपास पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस व अर्द्धसैनिकबलों के अस्थायी नाके व चौकियां स्थापित कर दी गई हैं। संदिग्धतत्वों की धरपकड़ के लिए विभिन्न इलाकों में तलाशी ली जा रही है। सभी सुरक्षा शिविरों और पुलिस प्रतिष्ठानों के लिए विशेष अलर्ट जारी किया गया है।
राज्य पुलिस महानिदेशक डॉ. एसपी वैद ने कहा कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब पाक रमजान के महीने में आतंकियों ने हमले किए हों। वैद ने कहा कि अमरनाथ यात्रा सुरक्षित माहौल में संपन्न कराने के लिए व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं।
'जैश और अल उमर ने मिलकर किए हमले'
कश्मीर में हुए सात आतंकी हमलों की जिम्मेदारी बुधवार को अल-उमर व जैश-ए-मोहम्मद ने ली। अल-उमर के चीफ कमांडर मुश्ताक अहमद जरगर उर्फ लटरम ने गुलाम कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद से जारी एक बयान में कहा कि आतंकी हमलों को जैश व अल उमर ने मिलकर अंजाम दिया है। लटरम ने अपने वाले दिनों में और हमलों की धमकी दी। गौरतलब है कि मुश्ताक लटरम कंधार विमान अपहरण कांड के दौरान जैश सरगना मौलाना मसूद अजहर के साथ रिहा किया गया था।
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