खुल गया जयपुर राजपरिवार की संपत्ति का ताला
सरकार की ओर से कहा गया है कि इस मामले में पांच सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई थी।
जागरण संवाददाता, जयपुर । जयपुर राजपरिवार की संपत्ति पर 12 दिन से लगा ताला अवकाश होने के बावजूद रविवार को सुबह खोल दिया गया। इस मामले में सरकार की ओर से कहा गया है कि वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था होने तक यह दरवाजा खोला गया है। सील खुलने के बाद राजपूत समाज ने नौ सितंबर को जयपुर बंद का आह्वान वापस ले लिया है।
राजस्थान सरकार और राजपरिवार के बीच यह विवाद काफी तूल पकड़ चुका था। पिछले दो दिन से भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सोदान सिंह खुद जयपुर में रहकर मामले में मध्यस्थता कर रहे थे। शनिवार देर रात राजमाता पद्मिनी देवी ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मुलाकात की और राजे पर विश्वास जताया।
इसके बाद रविवार सुबह ही राजमहल पैलेस के गेट पर लगी सील खोल दी गई। सरकार की ओर से कहा गया है कि इस मामले में पांच सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई थी। इस कमेटी की सिफारिश के आधार पर राजमहल पैलेस में जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था होने तक दरवाजा खोला गया है। रविवार दोपहर राजपरिवार की सदस्य और भाजपा विधायक दीया कुमारी ने सोदान सिंह से मुलाकात कर उन्हें धन्यवाद भी दिया।
खुद मंत्री ने कार्रवाई सही बताई थी
इस मामले में दो दिन पहले राजपरिवार की ओर से जयपुर में निकाली गई रैली के बाद सरकार की ओर से स्वायत्त शासन मंत्री राजपाल सिंह शेखावत ने प्रेस कांफ्रेंस कर मीडिया को बताया था कि कार्रवाई बिल्कुल सही की गई है और जिस गेट पर सील लगाई गई है, वह उसी खसरे में है जो सरकार ने अधिग्रहित कर रखा है, इसलिए सील नहीं खुलेगी।
चला बैठकों का दौर
जिस दिन राजपरिवार की ओर से जयपुर में रैली निकाली गई, उसके अगले दिन ही राष्ट्रीय संगठन सहमंत्री सोदान सिंह जयपुर पहुंचे और उन्होंने पहले दिन में राजपरिवर की सदस्य और भाजपा विधायक दीयाकुमारी से करीब दो घंटे तक मुलाकात की। इसके बाद शाम को मुख्यमुंत्री वसुंधरा राजे के साथ करीब पांच घंटे तक बैठक चली। राजपूत समाज ने ताला नहीं खोलने पर नौ सितंबर को जयपुर और 15 सितंबर को राजस्थान बंद की चेतावनी दे दी थी।
जेडीए के अधिकारी खोल गए सील
रविवार सुबह करीब 8.30 बजे जयपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) के एक अधिकारी आए और गेट की सील खोल कर चले गए। इस मामले में दीयाकुमारी का कहना है कि हमारा पक्ष सही था और मुख्यमंत्री राजे ने हमारी बात सुनी, इसके लिए हम उनको धन्यवाद देते हैं। जेडीए ने गलत कार्रवाई की थी और अब उसे सही किया गया है।
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