जैन मुनि तरुण सागर के वो कड़वे बोल, जिनसे खड़े हुए विवाद
तरुण सागर महाराज के कुछ ऐसे कड़वे प्रवचन जिन्होंने बीते वर्ष न सिर्फ विवाद पैदा किया बल्कि बहस का केंद्र भी बन गए।
नई दिल्ली (जेएनएन)। कड़वे प्रवचन देने के लिए मशहूर प्रसिद्ध जैन मुनि तरुण सागर का 51 साल की उम्र में निधन हो गया। पीलिया की बीमारी से ग्रस्त जैन मुनि ने शनिवार देर रात करीब 3.30 बजे अंतिम सांस ली। भले ही जैन मुनि अब इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन उनके कड़वे प्रवचन को शायद ही कोई कभी भुला पाए। वे सख्त और तीखा बोलते थे, तभी अक्सर उनके प्रवचन पर विवाद खड़ा हो जाता था। कहते है कि 'सच कड़वा होता है', यह कथन तरुण सागर जी महाराज के संदर्भ में बिल्कुल सटीक बैठता था।
तरुण सागर महाराज के कुछ ऐसे कड़वे प्रवचन जिन्होंने बीते वर्ष न सिर्फ विवाद पैदा किया बल्कि बहस का केंद्र भी बन गए।
कड़वे प्रवचन, जिनसे खड़े हुए विवाद
1. पाक में जितने आतंकी नहीं, उतरे भारत में गद्दार
जैन मुनि तरुण सागर ने कहा था कि पाकिस्तान में जितने आतंकवादी नहीं है, उससे ज्यादा हमारे देश में गद्दार है। उन्होंने कहा था जो देश में रहता है, देश का खाता है और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाता हो वो गद्दार नहीं तो और क्या है। आतंकी शेर की तरह सामने से वार नहीं करता, वह तो भेड़िये की तरह पीछे से हमला करता है।
2. बढ़ रही है भारत विरोधी मुस्लिमों की आबादी
जैन मुनि तरुण सागर कई बार मुसलमानों की आबादी पर रोक लगाने को लेकर भी बोलते दिखे हैं। उन्होंने कहा था, ऐसा नहीं होने पर स्थिति विस्फोटक हो जाएगी। उन्होंने कहा, 'कुछ मुसलमान हैं जो भारत विरोधी हैं, जो भारत के टुकड़े करना चाहते हैं और दिल से पाकिस्तान के साथ हैं। ऐसे मुसलमानों की आबादी लगातार बढ़ रही है।' इतना ही नहीं, उन्होंने यहां तक कह दिया था कि भारत विरोधी मुसलमानों की आबादी बढ़ने से देश में गंभीर संकट पैदा हो जाएगा और हिंदू असुरक्षित हो जाएंगे।
3. लव-जिहाद मुसलमानों की एक साजिश
आए दिन लव-जिहाद को लेकर खड़े होते विवाद के बीच जैन मुनि तरुण सागर ने इसे मुसलमानों की साजिश करार दिया था। उनका कहना था कि इसमें झूठे प्यार के नाम पर हिंदू लड़कियों को मुसलमान बनाया जा रहा है। लव जिहाद को नहीं रोका गया कुछ दिनों में दूसरा पाकिस्तान बनते हुए देखेंगे।
4. हिंदू संकट में, जनसंख्या पर कानून लागू हो
मुसलमानों की बढ़ती आबादी को लेकर जैन मुनि तरुण सागर ने राजनीतिक दलों को भी निशाने पर लिया। उन्होंने इसके लिए तुष्टिकरण की राजनीति को जिम्मेदार माना। उन्होंने कहा था कि यहीं कारण है कि देश में दो बच्चे पैदा करने को लेकर कानून नहीं बनाया गया। इसको लेकर उन्होंने पीएम मोदी से अपील करते हुए कहा था कि देश में जहां-जहां भी मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, वहां जनसंख्या पर कानून लागू हो। उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू संकट में पड़ते जा रहे हैं।
5. तीन तलाक पर दिया था बयान
उन्होंने मुस्लिम महिलाओं से जुड़े तीन तलाक के मुद्दे पर भी बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि जो लोग मुस्लिम महिलाओं के कल्याण का दावा कर रहे हैं, वह महज दिखावा है, ऐसे नेताओं या दलों को महिलाओं के हक से कोई लेना-देना नहीं है, वह बस अपनी राजनीति कर रहे हैं।
6. फर्जी बाबा के खिलाफ बोले
तरुण सागर फर्जी बाबाओं को लेकर भी कई बार बोलते नजर आए हैं। एक बार उन्होंने दुष्कर्मी बाबाओं के पुतले जलाने की बात कहते हुए कहा था कि दशहरा तभी सार्थक होगा जब हम सब एक साथ मिलकर इन फर्जी बाबाओं के खिलाफ खड़े हो जाएंगे। वो कहते थे कि जिन बाबाओं पर अदालत में दुष्कर्म के आरोप सिद्ध हो गए हैं उन सभी का पुतला बनाकर दशहरे पर दहन करना चाहिए जिससे सामाज में एक संदेश जा सके।
इसलिए RSS ने चमड़े की बेल्ट लगानी बंद कर दी थी
बता दें कि साल 2011 में जैन मुनि तरुण सागर जी महाराज राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के विजयदशमी के कार्यक्रम में गए थे। इस दौरान उन्होंने कहा था कि संघ जिस चमड़े की बेल्ट का इस्तेमाल करता है, वह अहिंसा के विपरीत है। इसके बाद संघ ने अपनी ड्रेस से चमड़े की बेल्ट की जगह कैनवस की बेल्ट इस्तेमाल करनी शुरू कर दी थी।