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आतंकियों से धमकी के बाद पाक मंत्री ने मांगे हिंदू-सिख सुरक्षा अधिकारी

पाकिस्तान में पंजाब प्रांत के कानून मंत्री राणा सनाउल्लाह ने खुद की सुरक्षा के लिए गैर मुस्लिम गार्ड्स की तैनाती की मांग की है।

By Manish NegiEdited By: Published: Mon, 13 Nov 2017 08:44 PM (IST)Updated: Tue, 14 Nov 2017 08:36 AM (IST)
आतंकियों से धमकी के बाद पाक मंत्री ने मांगे हिंदू-सिख सुरक्षा अधिकारी
आतंकियों से धमकी के बाद पाक मंत्री ने मांगे हिंदू-सिख सुरक्षा अधिकारी

नई दिल्ली, स्पेशल डेस्क। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में आमतौर पर आतंकी घटनाएं देखने और सुनने को मिलती रहती है। वहां आम आदमी तो दूर वीवीआईपी की जान पर भी हमेशा खतरा बना रहता है। हालात ये हो गए हैं कि अब वहां के मंत्री भी अपनी सुरक्षा के लिए गार्ड के रूप में किसी गैर मुस्लिम की मांग कर रहे हैं।

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पाकिस्तान में पंजाब प्रांत के कानून मंत्री राणा सनाउल्लाह ने खुद की सुरक्षा के लिए गैर मुस्लिम गार्ड्स की तैनाती की मांग की है। दरअसल, हाल ही में सनाउल्लाह को मुस्लिम चरमपंथियों से धमकी मिली थी। इस धमकी के बाद सनाउल्लाह का अपनी सुरक्षा में लगे मुस्लिम सुरक्षागार्डों पर से ही भरोसा उठ गया है। जिसके बाद सनाउल्लाह ने अपनी सुरक्षा के लिए गैर मुस्लिम गार्ड्स की तैनाती की मांग के बाद उनकी जानकारी भी मांगी है।

सनाउल्लाह को धमकी मिलने के बाद वहां की खुफिया एजेंसियां भी सतर्क हो गई है और वे मंत्री के सुरक्षा गार्ड्स के बैकग्राउंड की तफ्तीश कर रही हैं। खुफिया एजेंसियों ने उन्हें अपनी गतिविधियों को सीमित करने की सलाह भी दी है।

सूत्रों का कहना है कि सनाउल्लाह इससे संतुष्ट नहीं हैं और उन्होंने पहले ही निजी सुरक्षा गार्ड्स को हायर किया है। सनाउल्लाह ने पुलिस चीफ से पंजाब प्रांत के ऐसे सुरक्षा अधिकारियों की लिस्ट भी मांगी है जो मुस्लिम धर्म छोड़कर किसी और धर्म जैसे, हिंदू, ईसाई या अहमदिया समुदाय के हों।

रिपोर्टों की मानें तो मौजूदा पुलिस एस्कॉर्ट को बदलकर किसी गैर मुस्लिम अधिकारी को नियुक्त किया जाएगा। ये अधिकारी उनके लिए गैर मुस्लिम गार्ड्स की एक लिस्ट तैयार करेंगे। तब तक कानून मंत्री निजी सुरक्षा फर्म की सुविधा लेंगे जो ईसाई सुरक्षा गार्ड हैं।

मुस्लिम और अहमदिया में फर्क

कुछ हफ्ते पहले मंत्री सनाउल्लाह उस वक्त सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने एक टीवी इंटरव्यू में मुस्लिमों और अहमदिया समुदाय (विर्धमी माना जाता है) के बीच अंतर बताया था। पाकिस्तान में इस बयान को लेकर सनाउल्लाह का काफी विरोध किया गया था और उनसे इस्तीफे की मांग की गई थी। 

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