क्या राष्ट्रपति, क्या प्रधानमंत्री हर किसी ने इस दर पर झुकाया शीश
अकेले पीएम मोदी ही नहीं राष्ट्रपति और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सहित तमाम हस्तियों ने इस दर पर शीश झुकाया है।
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिवाली की ठीक अगली सुबह शुक्रवार को केदारनाथ पहुंचे और यहां उन्होंने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए। पीएम मोदी ने यहां पूजा के बाद जनता को संबोधित करते हुए कहा कि सवा सौ करोड़ जनता की सेवा ही बाबा केदार की सेवा है। बाबा केदारनाथ की पूजा के बाद उन्होंने विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास किया।
प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी की यह दूसरी केदारनाथ यात्रा है और हाल के वर्षों में वह तीन बार केदारनाथ का दौरा कर चुके हैं। हालांकि प्रधानमंत्री बनने के बाद उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उन्हें कई बार केदारनाथ आने का न्योता दिया। लेकिन व्यस्तताओं के चलते प्रधानमंत्री बाबा केदारनाथ के दर्शन नहीं कर पाए। अकेले पीएम मोदी ही नहीं राष्ट्रपति और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सहित तमाम हस्तियां केदारनाथ का दौरा करती रहती हैं।
पीएम मोदी की मौजूदा केदार यात्रा
सबसे पहले पीएम मोदी की मौजूदा केदारनाथ यात्रा के बारे में बात करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने केदारनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक किया और करीब 20 मिनट तक पूजा की। उन्होंने यहां 5 योजनाओं का शिलान्यास भी किया। पीएम मोदी ने कहा कि एक समय था कि मैं यहां पर ही रहता था, लेकिन शायद प्रभु की इच्छा नहीं थी कि मैं हमेशा यहां पर ही रहूं। आज एक बार फिर बाबा ने मुझे अपनी शरण में बुलाया है। उन्होंने कहा,आज यहां से नई ऊर्जा लेकर 2022 में न्यू इंडिया के लक्ष्य को आगे बढ़ाएंगे। पीएम मोदी ने यहां जिन योजनाओं की आधारशिला रखी है उनमें से एक आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि का पुनर्निर्माण भी है। बता दें कि शंकराचार्य की समाधि साल 2013 की आपदा में क्षतिग्रस्त हो गई थी।
पीएम बनने के बाद पहली केदार यात्रा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी साल 3 मई को केदारनाथ की यात्रा की थी। पीएम बनने के बाद उनकी यह पहली केदारनाथ यात्रा थी। यही नहीं पिछले 28 साल में वे पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने केदारनाथ की यात्रा की है। पीएम मोदी से पहले वीपी सिंह ने पद पर रहते हुए केदारनाथ की यात्रा की थी। 6 महीने तक कपाट बंद रहने के बाद मंदिर के कपाट खुलने के अवसर पर पीएम मोदी वहां गए थे। उनकी इस यात्रा का मकसद देश-दुनिया में श्रद्धालुओं को यह संदेश देना था कि आप नि:संकोच तीर्थयात्रा कर सकते हैं, डरने की कोई बात नहीं है। यही बात पीएम मोदी ने शुक्रवार को केदारनाथ में अपने भाषण में भी कही। उन्होंने कहा, वह कपाट खुलने के दौरान आए तो उन्होंने देश भर में यह संदेश देने की कोशिश की कि हादसे ही छाया से हम निकल चुके हैं। अब तक 4.5 लाख तीर्थयात्री केदारनाथ आ चुके हैं। अगले साल यह आंकड़ा दस लाख से ज्यादा पहुंचेगा।
विधानसभा चुनाव से पहले चारधाम यात्रा के लिए काम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले एक कार्यक्रम के लिए देहरादून यात्रा पर थे। इस दौरान उन्होंने केदारनाथ की यात्रा तो नहीं की, लेकिन केदारनाथ सहित चारधाम यात्रा के लिए ऑल वेदर रोड का शिलान्यास जरूर किया। 27 दिसंबर 2016 के इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा था कि यह प्रोजेक्ट 2013 की त्रासदी में जान गंवाने वालों के प्रति एक श्रद्धांजलि है।
मोदी की 2013 की हवाई केदार यात्रा
साल 2013 में केदारघाटी सहित समूचे उत्तराखंड में बारिश के रूप में आफत बरसी। उफान पर आए नदी नालों ने ऐसी तबाही मचायी कि अकेले केदारघाटी में ही हजारों लोग लाखों टन मलबे के नीचे जिंदा दफन हो गए। सैकड़ों लोग पानी के तेज बहाव में बह गए। इस आपदा की घड़ी में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी उत्तराखंड पहुंचे। इस दौरान खबर आयी की मोदी 15000 गुजराती तीर्थयात्रियों को केदारनाथ आपदा से बचाकर अपने साथ ले गए हैं। हालांकि बाद में भाजपा ने साफ किया कि इस तरह का कोई आंकड़ा उनके पास नहीं है। यही नहीं उन्होंने गुजरात सरकार की तरफ से केदारनाथ के पुनर्निर्माण का भी प्रस्ताव रखा था।
पीएम मोदी ने अपनी मौजूदा केदारनाथ यात्रा के दौरान साल 2013 की यात्रा पर रोशनी डाली। उन्होंने कहा, '2013 में जब यहां पर आपदा आई थी तब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था और यहां के पुनर्निर्माण करने की अपील की थी। तब यहां के मुख्यमंत्री ने बैठक में हां कर दी थी, लेकिन थोड़ी देर में दिल्ली की राजनीति में तूफान आ गया था और दिल्ली के दबाव के कारण उत्तराखंड सरकार ने गुजरात की मदद लेने से मना कर दिया।'
राष्ट्रपति ने भी झुकाया यहां सिर
तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी सितंबर 2016 में केदारनाथ की यात्रा की और बाबा के दर पर शीश झुकाया। राष्ट्रपति के साथ मुख्यमंत्री हरीश रावत और राज्यपाल केके पॉल ने भी केदारनाथ के दर्शन किए। साल 2017 में राष्ट्रपति बनने के बाद रामनाथ कोविंद ने भी केदारनाथ के दर्शन किए। रविवार 24 सितंबर को उन्होंने केदारनाथ में पूजा अर्चना करने के बाद वे बद्रीनाथ धाम भी गए।
राहुल गांधी की केदारनाथ यात्रा
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी 24 अप्रैल 2015 में केदारनाथ की यात्रा की। उन्होंने 16 किमी के ट्रैक पर पैदल यात्रा की। यह राहुल गांधी की पहली केदारनाथ यात्रा थी। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, उनकी यात्रा का मुख्य उद्देश्य 2013 की त्रासदी में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं को श्रद्धांजलि देना है। सुरक्षित यात्रा को बढ़ावा देने के लिए राहुल गांधी ने हेलीकॉप्टर से केदारनाथ जाने की बजाय सड़क मार्ग से जाना बेहतर समझा।