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अब भी नहीं छोड़ी ये आदत तो आपको भी आ सकता है हार्ट अटैक

एम्स सहित देश भर के 50 सेंटरों में किए जा रहे शोध में सामने आई बात, 40 फीसद युवाओं में हार्ट अटैक का कारण है यह आदत...

By Digpal SinghEdited By: Published: Fri, 29 Sep 2017 11:12 AM (IST)Updated: Fri, 29 Sep 2017 12:57 PM (IST)
अब भी नहीं छोड़ी ये आदत तो आपको भी आ सकता है हार्ट अटैक
अब भी नहीं छोड़ी ये आदत तो आपको भी आ सकता है हार्ट अटैक

रणविजय सिंह, नई दिल्ली। दिल की बीमारियों का बेहतर इलाज उपलब्ध होने के बावजूद हार्ट अटैक मौत की सबसे बड़ी वजह है। चिंताजनक यह है कि हार्ट अटैक की बीमारी युवाओं में तेजी से बढ़ रही है। एम्स सहित देशभर के 50 सेंटरों में किए जा रहे शोध में यह बात सामने आई है कि तंबाकू का सेवन युवाओं के दिल का सबसे बड़ा दुश्मन साबित हो रहा है। करीब 40 फीसद युवाओं में हार्ट अटैक का कारण तंबाकू पाया गया है। एम्स के डॉक्टर कहते हैं कि यदि युवा नहीं संभले और धूमपान के प्रति जागरुक नहीं हुए तो आने वाले दिनों में परिणाम और घातक होगा।

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एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. नीतीश नायक ने कहा कि 20 से 30 वर्ष की उम्र में हार्ट अटैक से पीड़ित मरीज इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं। युवाओं में बढ़ते हार्ट अटैक के मामलों के मद्देनजर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) 50 सेंटरों में शोध करा रही है। तीन साल से चल रहे शोध में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि हार्ट अटैक के कौन-कौन से कारण हैं। अब तक के आंकड़ों में यह बात सामने आई है कि हार्ट अटैक से पीड़ित लोगों में करीब 35 फीसद मरीजों की उम्र 50 साल से कम व 10 फीसद मरीजों की उम्र 30 साल से कम होती है। 

हार्ट अटैक से पीड़ित ज्यादातर युवा तंबाकू, सिगरेट व गुटखे का सेवन करते थे। एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. अंबुज राय ने कहा कि यह देखा गया है कि जो युवा तंबाकू के सेवन के चलते हार्ट अटैक से पीड़ित होते हैं, उनके हृदय की धमनियों में ज्यादा ब्लॉकेज नहीं होता। धमनी ठीक होती है, लेकिन तंबाकू के दुष्प्रभाव से किसी जगह पर रक्त का थक्का जमा हो जाता है। तनाव, फास्ट फूड के चलते भी युवाओं को हार्ट अटैक की बीमारी हो रही है।

जानलेवा है गैस समझकर बीमारी को नजरअंदाज करना

डॉ. अंबुज राय ने कहा कि अक्सर हृदय में दर्द होने पर लोग गैस समझकर उसे नजरअंदाज कर देते हैं। यह मरीज के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। सीने में मामूली दर्द, जलन व भारीपन महसूस होना हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में ईसीजी जरूर करना चाहिए।


नियमित जांच

25 से 30 साल की उम्र के बाद लोगों को साल में एक बार ब्लड प्रेशर जरूर जांच करानी चाहिए। जिनका ब्लड प्रेशर अधिक रहता हो, उन्हें नियमित अपनी जांच करानी चाहिए और जरूरत पड़ने पर दवा लेनी चाहिए। क्योंकि दिल की बीमारियों से बचाव के लिए ब्लड प्रेशर, कॉलेस्ट्रॉल व शुगर नियंत्रित रखना जरूरी है।

अपनाएं ये पांच उपाय और दिल को रखें स्वस्थ

देश में हर साल करीब 30 लाख लोग हार्ट अटैक से पीड़ित होते हैं। एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. अंबुज राय ने कहा कि पश्चिमी देशों की तुलना में यहां लोग 10 साल पहले दिल की बीमारियों से पीड़ित हो जाते हैं। पश्चिमी देशों में भी पहले कम उम्र में हार्ट अटैक के मामले अधिक होते थे।

वर्ष 1960 के दशक में पश्चिमी देशों में हालात बदतर थे। अब भारत उसी राह पर है, लेकिन पश्चिमी देशों ने बीमारियों की रोकथाम के उपायों व चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर कर हार्ट अटैक के मामलों में कमी लाने में सफलता पाई है। उन्होंने कहा कि लोग पैकेट वाले खानपान की चीजें अधिक पसंद कर रहे हैं, जबकि उनमें ट्रांस फैट होता है। यह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होता है।

हरी सब्जियों का इस्तेमाल : खानपान में लोगों को प्रतिदिन 300 से 400 ग्राम हरी सब्जी व फल लेना चाहिए। फास्ट फूड व जंक फूड का सेवन न करें।

तंबाकू को कहें न : लोगों को तंबाकू के सेवन से दूर रहना चाहिए। यह देखा गया है कि हार्ट अटैक के बाद भी जो लोग तंबाकू का सेवन छोड़ देते हैं, उनमें दोबारा हार्ट अटैक होने की आशंका कम हो जाती है।

30 मिनट सैर व शारीरिक व्यायाम : सप्ताह में पांच से छह दिन 30 मिनट तक तेज पैदल चलना चाहिए। योग भी करना चाहिए।


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