दुनिया के लिए उम्मीदों की 'खिड़कियां' खोली हैं इस शख्स ने, दें जन्मदिन की शुभकामनाएं
28 अक्टूबर का दिन खास है। सन 1955 में आज ही के दिन एक ऐसे शख्स का जन्म हुआ था, जिसने बड़ा होकर दुनिया के लिए अनंत संभावनाओं की 'खिड़कियां' खोल दीं।
नई दिल्ली [स्पेशल डेस्क]। आज यानी 28 अक्टूबर का दिन खास है। सन 1955 में आज ही के दिन एक ऐसे शख्स का जन्म हुआ था, जिसने बड़ा होकर दुनिया के लिए अनंत संभावनाओं की 'खिड़कियां' खोल दीं। इस शख्स का नाम विलियम हेनरी गेट्स है। आप और हम और पूरी दुनिया इस शख्स को बिल गेट्स के नाम से जानती है। अमेरिका के वॉशिंगटन में पैदा हुए बिल गेट्स आज 62 साल के हो गए हैं। वह लंबे समय तक दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति रहे हैं। वह सिर्फ सफलता के शिखर पर ही नहीं चढ़े, बल्कि इंसानियत भी उनके अंदर कूट-कूटकर भरी है। दुनिया के लिए अनंत संभावनाओं की खिड़कियां खोलने वाले बिल गेट्स को जन्मदिन की शुभकामनाएं... आईए जानें बिल गेट्स और उनके कामों के बारे में...
माइक्रोसॉफ्ट की नींव
बिल गेट्स ने साल 1975 में अपने एक अन्य साथी पॉल एलेन के साथ माइक्रोसॉफ्ट कंपनी की नींव रखी। उन्होंने आईबीएम के लिए बेसिक सॉफ्टवेयर का निर्माण किया, बाद में एमएस-डॉस भी उन्होंने बनाया। आज माइक्रोसॉफ्ट दुनिया की सबसे बड़ी कंप्यूटर सॉफ्टवेयर कंपनी है।
जब गिरफ्तार हुए थे बिल गेट्स
साल 1977 में बिल गेट्स को मेक्सिको में ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बाद में साल 2008 में माइक्रोसॉफ्ट को प्रमोट करने के लिए बिल गेट्स कुछ विज्ञापनों में भी दिखे। इनमें से एक विज्ञापन में वह उसी अंदाज में दिखे जिस अंदाज में उनकी तस्वीर 1977 में ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के लिए गिरफ्तारी के बाद ली गई थी।
गेट्स का विंडोज का कोराबार
80 का दशक कई तरह के बदलाव लेकर आया। सूचना और प्रसारण के क्षेत्र में भी नई-नई तकनीकें आने लगीं। इसी बीच बिल गेट्स ने संभावनाओं की 'खिड़की' यानी विंडोज लांच किया। साल 1985 में 20 नवंबर को माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज नाम से अपना ऑपरेटिंग सिस्टम लॉन्च किया। 1987 में विंडोज 2.0, 1990 में विंडोज 3.0, 1992 में विंडोज 3.1, साल 1994 में विंडोज 3.2 लांच हुए। इसके बाद 24 अगस्त 1995 को रिलीज हुए ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज 95 ने कंप्यूटर के क्षेत्र में एक नई क्रांति ला दी। इसके बाद समय-समय पर विंडोज 98, विंडोज 2000, विंडोज एक्सपी, विंडोज विस्टा, विंडोज 7, विंडोज 8, विंडोज 10 के साथ आज भी माइक्रोसॉफ्ट विंडोज दुनिया के ज्यादातर कंप्यूटर पर राज करता है।
बिल गेट्स और माइक्रोसॉफ्ट
बिल गेट्स अपने जीवन काल में इस कंपनी के चेयरमैन, सीईओ और चीफ सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट रहे हैं। यही नहीं वे साल 2014 तक कंपनी में सबसे बड़े शेयरहोल्डर भी रहे। हालांकि साल 2000 में ही वे कंपनी के सीईओ के पद से अलग हो गए थे, लेकिन कंपनी के चेयरमैन बने रहे। साल 2006 में उन्होंने घोषणा की कि वे अब कंपनी में पार्ट टाइम काम करेंगे और अपना पूरा वक्त बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन को देंगे। आखिरकार साल 2014 में उन्होंने चेयरमैन के पद से भी इस्तीफा दे दिया। फिलहाल भारतीय मूल के सत्य नडेला माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ हैं।
बिल एंड मेलिंड गेट्स फाउंडेशन
जैसा कि हमने खबर में ऊपर ही कहा था कि बिल गेट्स न सिर्फ दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बने, बल्कि इंसानियत भी उनके अंदर कूट-कूटकर भरी है। वंचितों की मदद के लिए उनके हाथ अपने आप बढ़ जाते हैं। अपनी परोपकारी प्रवृत्ति के चलते ही उन्होंने साल 2000 में बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की स्थापना की। उन्होंने अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा चैरिटेल संस्थानों और वैज्ञानिक रिसर्च प्रोग्रामों को दान दे दिया है।
द गिविंग प्लेज और बिल गेट्स
साल 1987 से बिल गेट्स दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की फोर्ब्स लिस्ट में शामिल होते रहे हैं। सितंबर 2017 में भी वह दुनिया के सबसे अमीर शख्स थे, हालांकि अक्टूबर की लिस्ट में उन्हें अमेजन के संस्थापक जेफ बेजॉस ने पछाड़ दिया है। बिल गेट्स की मौजूदा संपत्ति 90.1 अरब डॉलर से कुछ अधिक है। साल 2009 में बिल गेट्स और वारेन बफे ने 'द गिविंग प्लेज' नाम से एक कार्यक्रम शुरू किया। इसके तहत दुनियाभर के अमीर व्यक्ति अपनी संपत्ति का कम से कम आधा हिस्सा परोपकार के कार्यों के लिए दान देते हैं। 'द गिविंग प्लेज' रोटरी इंटरनेशनल के साथ मिलकर पोलियो के खात्मे के लिए भी काम कर रहा है।